न्यायालय के एक कोर्ट का बहिष्कार करेंगे वकील
अधिवक्ता का मोबाइल जब्त करने, उनके खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने व जिला विधिज्ञ संघ के महासचिव के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के विरोध में भागलपुर व्यवहार न्यायालय के वकील प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी कविता कुमारी के कोर्ट का बहिष्कार करेंगे।
भागलपुर। अधिवक्ता का मोबाइल जब्त करने, उनके खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने व जिला विधिज्ञ संघ के महासचिव के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के विरोध में भागलपुर व्यवहार न्यायालय के वकील प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी कविता कुमारी के कोर्ट का बहिष्कार करेंगे। शेष अन्य कोर्ट में यथावत काम होता रहेगा।
यह निर्णय गुरुवार को जिला विधिज्ञ संघ की आपात बैठक में लिया गया। सारे अधिवक्ताओं ने एक स्वर से न्यायिक दंडाधिकारी के व्यवहार की भर्त्सना की और निंदा प्रस्ताव पारित किया। इसके साथ ही संघ ने न्यायपालिका में व्याप्त कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है। आपात बैठक में इस मुद्दे पर भी जोरदार चर्चा हुई और तकरीबन सभी वकील ने आवाज बुलंद की। संघ ने शुक्रवार को काला बिल्ला लगाकर अन्य कोर्ट में काम करने का भी निर्णय लिया। बैठक की अध्यक्षता अध्यक्ष राजेंद्र मंडल ने की। इसमें महासचिव संजय मोदी, संदीप झा, शारीक मंजूर, उमेश कुमार वर्मा, अंजनी दुबे, संजय सिंह, रामनाथ गुप्ता, अरुणाभ शेखर, इस्माइल खान, हरिशंकर अवस्थी, ंअजनी सुमन, ज्योतिष कुमार, राकेश रोशन, सुभाष पांडेय, कपिलदेव कुमार आदि ने विचार व्यक्त किए। संघ के उपाध्यक्ष जयकरण गुप्ता, अंकेक्षक मुरली मनोहर, नभय चौधरी, फरहल जबी बानो, पिंकी किशोर, अजय मिश्रा, ऋचा कुमारी, निखिल सिंह, कौशलेंद्र नाथ सहाय, अंजनी कुमार राणा, फकरे आलम, संजीव कुमार अरुण कुमार सिंह, शहजाद आलम, विजय कुमार सिंह, अरुण झा, प्रफुल्ल चंद्र दास, किशोर झा, केडी सिंह, वासुदेव प्रसाद साह, नौशाद, सैयद इफ्तखार अहमद, तस्लीम खान आदि सैकड़ों वकील इस बैठक में शामिल हुए।
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व्यवस्था नहीं सुधरेगी तो एक दिन काम नहीं करेंगे
खचाखच भरे सभाकक्ष में अध्यक्ष राजेंद्र मंडल ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि सभी वकील मर्यादा व अनुशासन में रहकर ही न्यायिक कार्य करेंगे। जबकि महासचिव संजय कुमार मोदी ने कहा कि हाल के दिनों में बेंच व बार के बीच टकराव तेजी से बढ़ा है। वे कई बार जिला जज को भी मौखिक व लिखित रूप में इसकी जानकारी दे चुके हैं। काफी हद तक शिकायतों का निवारण भी हुआ। उन्होंने कहा, बुधवार की घटना से न्यायपालिका की साख गिरी है। उन्होंने कहा कि यदि व्यवस्था पूरी तरह सुदृढ़ नहीं होती है तब सभी अधिवक्ता एक दिन न्यायिक कार्य से अलग रहेंगे। इसकी कॉपी हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट भी भेजी जाएगी।
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नोटिस चस्पा
बुधवार की घटना के बाद आज न्यायालय के सभी 37 कोर्ट के गेट पर नया नोटिस चस्पा किया गया है। इसमें स्पष्ट निर्देश है कि कोर्ट रूम में प्रवेश करने से पहले मोबाइल ऑफ करने या साइलेंट कर लें।