धुरी यादव हत्याकांड : 'कोलकाता में रची थी मेरी हत्या की साजिश'; कुख्यात अजय मिश्रा ने उगले कई राज Bhagalpur News
बदमाशों ने 4 नवंबर 2019 की शाम करीब छह बजे धुरी यादव को गोली मारी। जिस समय उन्हें गोली मारी गई कई लोगों वहां मौजूद थे। धुरी यादव की हत्या का कारण पुरानी रंजिश और जमीन विवाद है।
भागलपुर, जेएनएन। धुरी हत्याकांड के मुख्य आरोपित कुख्यात अजय मिश्र को तातारपुर पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच न्यायालय के समक्ष पेश किया। अजय को शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा (सेंट्रल जेल) भेजा गया है। जेल जाने के पूर्व अजय मिश्र ने बताया कि यदि मैं धुरी यादव की हत्या नहीं करता तो मेरी हत्या हो जाती। छह माह पहले धुरी यादव समेत अन्य विरोधियों ने मिलकर कोलकाता के मोटियाबुर्ज इलाके में मेरी हत्या की साजिश रची थी। मुङो मारने के लिए भाड़े के शूटरों को भी तैयार किया गया था। इसकी जानकारी हो जाने पर मैं सतर्क हो गया, जिससे मेरी जान बच गई।
भाई की हत्या के बाद दी थी धमकी : अजय ने कहा कि भाई गुडुल मिश्र का कद पप्पू खान और धुरी से ज्यादा उंचा हो रहा था। इस कारण धुरी ने पप्पू खान समेत अन्य चार लोगों की मदद से उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद धुरी ने फोन पर भाई को मारने की बात उसे और बड़े भाई को कही। साथ ही कहा कि जो बिगाड़ना है बिगाड़ ले। इस बात के गुस्से में ही 22 साल तक भाई की हत्या का बदला लेने के लिए इंतजार किया। उन लोगों ने मेरे परिवार को बर्बाद किया है। उनका भी इस दुनिया से जाना जरूरी है।
विधायक को जिताने में की मदद: उसने कहा कि हाल ही में एक चुनाव में उसने विधायक को जिताने के लिए प्रचार किया है। उसके प्रचार के कारण ही वे जीत पाए हैं। उसने विधायक का नाम भी लिया है। पुलिस उसके दिए बयान की सत्यता का पता लगा रही है।
घर से ही पुलिस ने किया गिरफ्तार : आरोपित अजय ने कहा कि पुलिस ने उसे घर से ही गिरफ्तार किया है। पांच दिन पहले ही उसे बेटा हुआ है। वह पुलिस की इज्जत करता है, इस कारण जेल में है। चाहता तो आसानी से भाग सकता था। उसने शहर में अपने कई विरोधियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि उनका रहना भी शहर के लिए ठीक नहीं है। पुलिस ने अजय मिश्र को जमशेदपुर जिले के कदमा, मरीन ड्राइव इलाके से बुधवार तड़के गिरफ्तार करने का दावा किया है। अजय चिरंजीवी उर्फ धुरी यादव की हत्या मामले में आरोपित है। उस पर नाथनगर समेत अन्य थानों में 20 से ज्यादा हत्या, रंगदारी समेत अन्य गंभीर मामले दर्ज हैं।
नरगा के जिशान ने किया था शूटर का इंतजाम
कुख्यात अजय मिश्र ने पुलिस को बताया कि उसने धुरी यादव को मारने के लिए जिशान को शूटर का इंतजाम करने को कहा था। जांच में पता चला है कि उसने ही अपने दो लड़कों के साथ धुरी की हत्या की है। हालांकि जिशान की गिरफ्तारी के बाद ही पुलिस कुछ कहेगी। धुरी को गोली मारने के बाद भाग रहे जिन बदमाशों का चेहरा सीसीटीवी में कैद हुआ है। उसमें जिशान के होने की बात पुलिस बता रही है। उर्दू बाजार में चिरंजीवी उर्फ धुरी यादव की हत्या मामले में नाम आने के बाद गुरुवार को पुलिस ने नरगा स्थित मु. जिशान के घर पर दबिश दी। एसएसपी आशीष भारती के निर्देश पर सिटी डीएसपी राजवंश सिंह और नाथनगर इंस्पेक्टर सज्जाद हुसैन छापेमारी के लिए गए थे। उन्होंने स्वजनों से जिशान के बारे में जानकारी ली, लेकिन वह नहीं मिला। स्वजनों का कहना है कि कुछ दिनों से वह घर नहीं आया है। पुलिस उसके अन्य ठिकानों पर भी दबिश दे रही है।
धुरी हत्याकांड में शामिल जिशान के घर छापेमारी
उर्दू बाजार में चिरंजीवी उर्फ धुरी यादव की हत्या मामले में नाम आने के बाद पुलिस ने नरगा स्थित मु. जिशान के घर पर दबिश दी। एसएसपी आशीष भारती के निर्देश पर सिटी डीएसपी राजवंश सिंह और नाथनगर इंस्पेक्टर सज्जाद हुसैन छापेमारी के लिए गए थे। उन्होंने स्वजनों से जिशान के बारे में जानकारी ली, लेकिन वह नहीं मिला। स्वजनों का कहना है कि कुछ दिनों से वह घर नहीं आया है। पुलिस ने उसके अन्य ठिकानों पर भी दबिश दी।
अजय मिश्रा ने पुलिस को दी है जिशान के बारे में जानकारी
कुख्यात अजय मिश्रा ने पुलिस को बताया कि उसने धुरी यादव को मारने के लिए जिशान को शूटर का इंतजाम करने को कहा था। जांच में पता चला है कि उसने ही अपने दो लड़कों के साथ धुरी की हत्या की है। हालांकि जिशान की गिरफ्तारी के बाद ही पुलिस कुछ कहेगी। धुरी को गोली मारने के बाद भाग रहे जिन बदमाशों का चेहरा सीसीटीवी में कैद हुआ है। उसमें जिशान के होने की बात पुलिस बता रही है।
अब भी फरार हैं कई आरोपित
धुरी हत्याकांड में अब भी मुख्य साजिशकर्ता सीमा सिंह, नीरज सिंह, मु. मिकाइल, टिंकू मियां समेत अन्य दो शूटर फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में भी जुटी हुई है। इसमें से कुछ बदमाश न्यायालय में आत्मसमर्पण की तैयारी में जुटे हैं। पुलिस लगातार उनकी निगरानी में लगी हुई है ताकि उन्हें आत्मसमर्पण से पहले ही दबोचा जा सके। पुलिस तकनीकी जांच के सहारे भी आरोपितों पर नजर रख रही है।