इजराइल की तर्ज पर भारत करे कार्रवाई : अजीत सहाय
भागलपुर। उड़ी हमले के बाद देश तय नहीं कर पाया है कि पाकिस्तान को वह क्या जबाव दे, जबकि पाकिस्
भागलपुर। उड़ी हमले के बाद देश तय नहीं कर पाया है कि पाकिस्तान को वह क्या जबाव दे, जबकि पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ कह चुके हैं कि वो हर खतरे का मुकाबला करने को तैयार हैं। खैर, पाकिस्तान का जो भी बयान आ रहा है वो खाड़ी देशों की सह पर प्रायोजित है। उसके पास अपना कुछ भी नहीं है। खैरात के सहारे वो चल रहा है। इसलिए खोने के लिए उसके पास कुछ भी नहीं है इसलिए वो कुछ भी बयान देता रहता है, लेकिन हमारी दुनिया में पेसेंस वाले देश के रूप में पहचान है। पूर्व में जो भी कार्रवाई हुई उसमें भारत ने उदारता दिखाई है। इसी को पाकिस्तान कमजोरी समझ बैठा है। उसके खिलाफ एक कठोर कार्रवाई दरकार है। ये बातें सोमवार को दैनिक जागरण द्वारा आयोजित बौद्धिक बैठक में सेवानिवृत एयर कमाडोर अजीत सहाय ने कहीं।
श्री सहाय ने कहा कि बात जब 'पाकिस्तान को सबक सिखाने की आती है, तो दूसरे देश रहम की बात करने लगते हैं। नतीजतन, सबक सिखाने की बात रूक जाती है। भारत की यही कशमकश पाकिस्तान और खास कर पाकिस्तानी सेना के हक में जाती है। लेकिन भारत के प्रधानमंत्री के रूख को देखकर लग रहा है कि वो पाकिस्तान को कुछ न कुछ जबाव देंगे। पाकिस्तान में कहने को अभी लोकतंत्र है, लेकिन वहां 'राहील शरीफ सरकार चला रहे हैं। जिस पर जनता को राजनेताओं से ज्यादा भरोसा है। भारत जैसे पड़ोसी का डर हमेशा सेना पर लोगों के भरोसे को मजबूत करता है। पाकिस्तानी जनता के लिए भारत उनके देश पर हमला करने से पहले सौ बार सोचता है। इसकी वजह वहां निर्दोष लोगों के मारे जाने का।
उन्होंने कहा कि 1965 में जो लड़ाई हुई भारत का हाजीपीर दर्रा पर कब्जा हो गया था लेकिन उसे फिर वापस दे दिया गया। वो बड़ी भूल थी। यदि नहीं वापस हुआ होता यह नौबत ही नहीं आती। बहरहाल, उड़ी में जो घटना हुई है। वो पाकिस्तान ने धोखे में की। जब बटालियन चेंज हो रही थी तब उन लोगों ने हमला किया। उड़ी की जहां पर पोस्ट हैं वहां के एक छोर पर भारत की फौज और दूसरी तरफ पाकिस्तान की फौज है। वहां से एक दूसरे को दोनों आसानी से देख सकते हैं। इसी का फायदा उन लोगों ने उठाया है। हालांकि इस घटना की उच्चस्तरीय जांच चल रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद सही जानकारी मिलेगी किस चूक के कारण हमारे इतने सैनिक शहीद हुए। श्री सहाय ने कहा कि वर्तमान समय में हमे इजराइल के साथ होना चाहिए। दुनिया को वह इकलौता देश है जिसे कोई छूने की हिम्मत नहीं जुटा पता है। यदि उसके यहां दो मरते हैं तो वो दस को मार गिराता है। वर्तमान समय में इजराइल की तर्ज पर चलना होगा तभी पाकिस्तान जैसे छोटे देश अपनी हरकतों से बाज आएंगे।