नक्सली आतंक: जमुई में ट्रिपल मर्डर के बाद दहशत, चार गांवों को खाली कर भागे ग्रामीण
बिहार के जमुई में नक्सलियों के आतंक का आलम यह है कि उनके भय से चार गांव को खाली कर ग्रामीण अन्यत्र चले गए हैं। अब वे वापस लौटना नहीं चाहते।
जमुई [जेएनएन]। नक्सलियों के भय से पूरे के पूरे चार गांव के लोग पलायन कर गए हैं। ऐसा बीते गुरुवार को पुलिस मुखबिरी के आरोप में एक परिवार के तीन लोगों की हत्या के बाद हुआ है। घटना के बाद से इलाके में दहशत है। कई लोग थानों में शरण लिए हुए हैं।
जानकारी के अनुसार शनिवार को जमुई के बरहट क्षेत्र स्थित गुरमाहा, कुमरतरी, मुशहरीटांड, बिचला टोला चार गांवों से लोग पलायन कर गए। ग्रामीण इतने भयभीत हैं कि वे गांव लौटना नहीं चाह रहे। कुमरतरी गांव के लोगों साथ वे बच्चे भी हैं, जिनकी मां व दो भाइयों की गुरुवार की रात नक्सलियों ने निर्मम हत्या कर दी थी।
थाना पहुंचे कुछ ग्रामीणों ने नाम छिपाते हुए बताया कि उनके बच्चों का भविष्य खतरे में है। डर के साये में सांस लेना पड़ता है। हमलोग गांव वापस जाना नहीं चाहते हैं। वापस जाने पर हो सकता है कि और एक-दो की हत्या हो जाए।
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बात दें कि नक्सलियों ने गुरुवार की रात कुमरतरी गांव के ब्रहमदेव कोड़ा की पत्नी मीना देवी और पुत्रों शिव व बजरंगी की हत्या कर दी थी। इधर थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि फिलहाल सभी को थाना परिसर में रखाकर भोजन आदि दिया गया है।
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