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जाम के झाम से थम रहा विकास का पहिया

भागलपुर [आलोक कुमार मिश्रा] जिले में जाम के झाम से विकास का पहिया थमने लगा है। आलम यह है कि निर्

By Edited By: Published: Thu, 26 May 2016 02:30 AM (IST)Updated: Thu, 26 May 2016 02:30 AM (IST)
जाम के झाम से थम रहा विकास का पहिया

भागलपुर [आलोक कुमार मिश्रा]

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जिले में जाम के झाम से विकास का पहिया थमने लगा है। आलम यह है कि निर्माणस्थल पर सामग्रियां समय पर नहीं पहुंच पा रही हैं। ऐसे में स्थाई बाइपास का निर्माण प्रभावित हो रहा है। इससे समय पर निर्माण कार्य पूरा होना असंभव दिख रहा है।

235 करोड़ की लागत से चंपानगर से जीरो माइल तक 16.375 किलोमीटर स्थाई बाइपास का निर्माण होना है। निर्माण की जिम्मेदारी जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट नामक एजेंसी को मिली है। स्थाई बाइपास निर्माण के साथ-साथ चौधरीडीह, नाथनगर समेत तीन जगहों पर रेलवे ओवर ब्रिज एवं गोपालपुर से विक्रमशिला सेतु के बीच फ्लाई ओवर भी बनाए जाने हैं। लेकिन बाइपास के निर्माण में जाम की समस्या आड़े आ रही है। शहर में भीषण जाम की समस्या के कारण निर्माण स्थल पर सामग्रियां समय पर नहीं पहुंच पा रही हैं। वहीं दूसरी ओर रेलवे क्रॉसिंग नहीं होने के कारण भी प्लांट से गोपालपुर व जीरोमाइल तक निर्माण सामग्रियां ले जाने में घंटों समय लग जा रहा है।

बिटुमिनस कार्य में हो सकती है परेशानी :

रेलवे क्रॉसिंग नहीं होने के कारण निर्माण सामग्री ले जाने वाले ट्रकों को घूमकर गोपालपुर और जीरोमाइल होकर जाना पड़ रहा है। इतना ही नहीं जाम में घंटों फंसने के कारण निर्माण सामग्रियां समय पर स्थल तक नहीं पहुंच पाती हैं। यदि ऐसी स्थिति रही तो बिटुमिनस कार्य में गंभीर समस्या आ सकती है। जाम में घंटों फंसने से ठंडा होने से बिटुमिनस कार्य प्रभावित होगा। ठंडा होने पर अलकतरा गिट्टी का अच्छी तरह से नहीं पकड़ेगा। ऐसी स्थिति में सड़क मजबूत नहीं बन पाएगी।

रेलवे से अब तक नहीं मिली एनओसी :

बाइपास के निर्माण में विलंब के लिए सरकारी तंत्र भी कम जिम्मेदार नहीं हैं। तीन जगहों पर प्रस्तावित रेलवे ओवर ब्रिज एवं फ्लाई ओवर के लिए अब तक रेलवे से एनओसी नहीं मिल पाई है। ऐसी स्थिति में का भी निर्माण प्रभावित होने की संभावना बढ़ गई है।

निर्माण कंपनी का कहना है कि रेलवे क्रॉसिंग बनवाई जाए, ताकि समय पर निर्माण सामग्रियां पहुंचाई जा सकें। वहीं एनएच के अधिकारियों का कहना है कि क्रॉसिंग की बात एग्रीमेंट में भी नहीं है। कंपनी की समस्या है कि वह निर्माण सामग्रियां स्थल तक कैसे ले जाए। निर्माण सामग्रियां ले जाने के लिए कई रास्ते हैं।

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एनएच के मुख्य अभियंता ने किया निर्माण स्थल का निरीक्षण

-कार्यो में तेजी लाने के दिए निर्देश

भागलपुर। एनएच के मुख्य अभियंता राम अवधेश प्रसाद ने बुधवार को चंपानगर से जीरोमाइल तक स्थाई बाइपास निर्माण स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान बाइपास निर्माण में आड़े आ रही समस्याओं के बारे में भी जानकारी ली। इसके बाद मुख्य अभियंता ने निर्माण कंपनी जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट एवं विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें निर्माण एजेंसी जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट के कर्मियों को परेशानियों का सामना करने समेत विभिन्न गंभीर समस्याओं और इसके समाधान पर विस्तार से चर्चा हुई।

निर्माण कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राघवेंद्र कुमार ने मुख्य अभियंता को बताया कि बारिश के मौसम में मिट्टी भराई और बिटुमिनस का काम बंद रहेगा। इस दौरान आरओबी और फ्लाई ओवर ब्रिज निर्माण का कार्य जारी रहेगा। लेकिन इसमें एक समस्या यह है कि अबतक रेलवे द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं मिला है। प्रबंधक ने यह भी बताया कि शहर में जाम की गंभीर समस्या है। ऐसे में निर्माण सामग्रियां बहुत बिलंब से पहुंच रही हैं।

इस समस्या के समाधान के लिए मुख्य अभियंता से रेलवे से बात कर तत्काल लेबल क्रॉसिंग बनवाने की दिशा में पहले करने की बात कही।

एनएच के मुख्य अभियंता राम अवधेश प्रसाद के अनुसार स्थाई बाइपास निर्माण में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। ताकि निर्धारित समय नवंबर 2017 तक कार्य पूरा हो सके। उन्होंने कहा कि आरओबी निर्माण के लिए रेलवे से अब तक एनओसी नहीं मिली है। एनओसी मिलने में थोड़ी दिक्कत हो रही है। एनओसी के लिए विभाग द्वारा प्रयास किया जा रहा है। साथ ही जीरोमाइल चौक के पास स्थित बीर कुंवर सिंह की प्रतिमा हटाने का प्रयास किया जा रहा है।


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