नैक मूल्यांकन के लिए ग्रेडिंग सिस्टम में संशोधन
भागलपुर । राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् (नैक) ने विश्वविद्यालय और कॉलेजों के लिए होने वाल
भागलपुर । राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् (नैक) ने विश्वविद्यालय और कॉलेजों के लिए होने वाले मूल्यांकन के लिए ग्रेडिंग सिस्टम में संशोधन किया है। पूर्व में तीन भागों में मूल्यांकन होता था पर अब आठ भागों में होगा। नई ग्रेडिंग प्रणाली एक जुलाई 2016 से प्रभावी होगी।
ज्ञात हो कि नैक मूल्यांकन के लिए नौ सदस्यीय टीम तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय 23 मई को आएगी। टीम 26 मई तक विश्वविद्यालय एवं विभागों का निरीक्षण करेगी। निरीक्षण सात बिंदुओं पर आधारित होगी। इसके बाद ग्रेडिंग सिस्टम में नंबर दिया जाएगा।
नई ग्रेडिंग प्रणाली संस्थान की एसएसआर रिपोर्ट जमा होने के बाद से लागू किया जाएगा। यदि एसएसआर जून में जमा हो गया तो वैसे संस्थानों पर पुराना ही सिस्टम लागू होगा। ज्ञात हो कि विश्वविद्यालय के मान्यता प्राप्त और अंगीभूत कॉलेजों के लिए नैक मूल्यांकन अनिवार्य कर दिया गया है। इसलिए अभी ज्यादातर कॉलेजों को नैक के लिए एसएसआर रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
अब जो संस्थान एक जुलाई से एसएसआर रिपोर्ट जमा करेगी, उनपर संशोधित ग्रेडिंग सिस्टम से नंबर दिए जाएंगे। विश्वविद्यालय में ग्रेडिंग की पूर्व प्रणाली से ही मूल्यांकन होगा। संशोधन संबंधी अधिसूचना नैक के डाइरेक्टर डीपी सिंह ने 17 मई को जारी कर दी है।
----------------
संशोधित ग्रेडिंग सिस्टम
सीजीपीए = लेटर ग्रेड
3.76 - 4.00 = 'ए' प्लसप्लस
3.51 - 3.75 = 'ए' प्लस
3.01 - 3.50 = 'ए'
2.76 - 3.00 = 'बी' प्लसप्लस
2.51 - 2.75 = 'बी' प्लस
2.01 - 2.50 = 'बी'
1.51 - 2.00 = 'सी'
1.50 से नीचे = 'डी'
================
पूर्व का ग्रेडिंग सिस्टम
सीजीपीए = लेटर ग्रेड
3.01-4.01 = 'ए'
2.01-3.00 = 'बी'
1.51-2.00 = 'सी'