चिकित्सक व कर्मचारियों की स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू
भागलपुर । स्वास्थ्य केंद्रों में आए दिन कर्मचारियों की लापरवाही से मरीजों की जान पर आफत हो गई है। कई
भागलपुर । स्वास्थ्य केंद्रों में आए दिन कर्मचारियों की लापरवाही से मरीजों की जान पर आफत हो गई है। कई महिलाओं की मौत भी हो चुकी है। भविष्य में मरीजों को परेशानी नहीं हो इस मद्देनजर चिकित्सक एवं कर्मचारियों को स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। ताकि कर्मचारियों की मनमानी पर रोक लगाई जा सके।
जिलाधिकारी के निर्देश पर वैसे चिकित्सक और कर्मचारी जो स्वास्थ्य केंद्रों में तीन वर्ष से ज्यादा समय से पदस्थापित हैं, उनका स्थानांतरण अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में करने का निर्देश दिया है। इस आलोक में सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार ने प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी है। पिछले कुछ माह में सुलतानगंज और जगदीशपुर स्वास्थ्य केंद्र में तीन महिलाओं की मौत चिकित्सक एवं कर्मचारियों की लापरवाही से हो चुकी है। वहीं ताजा घटना में सन्हौला स्वास्थ्य केंद्र में महिला के गुप्तांग में डिटॉल के बदले लाइजोल से सफाई की गई। हालांकि इन घटनाओं में चिकित्सकों एवं नर्सो पर कार्रवाई भी हो चुकी है। लेकिन ऐसे कई उदाहरण हैं जहां मरीजों को परेशानी हुई लेकिन पदाधिकारियों ने उसे संज्ञान में नहीं लिया। स्थिति यह है कि प्रसव करवाने वाले महिला के परिजन से नजराना भी वसूलना नर्सो की पुरानी परंपरा बन चुकी है। दो दिन पहले ही खरीक स्वास्थ्य केंद्र में इस मुद्दे पर परिजनों ने हंगामा भी किया है।
स्वास्थ्य केंद्रों में कर्मचारियों की लापरवाही को समाप्त करने के लिए उनका स्थानांतरण किया जा रहा है। कई ऐसे कर्मचारी हैं जो स्वास्थ्य केंद्रों में चार वर्षो से ज्यादा कुंडली मारे बैठे हुए हैं। स्थिति यह है कि स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी भी ऐसे ही कर्मचारियों के इशारे पर कार्य करते हैं। ऐसे चिकित्सा पदाधिकारी एवं कर्मचारियों की सूची बनाई जा रही है जो तीन वर्ष से ज्यादा एक ही स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित हैं।