यार्ड में जगह नहीं, कैसे चलेगी नई ट्रेन
भागलपुर । भागलपुर कोचिंग यार्ड में नई ट्रेन रखने की जगह नहीं है। प्रतिदिन यार्ड तीन ट्रेनों के रखरखा
भागलपुर । भागलपुर कोचिंग यार्ड में नई ट्रेन रखने की जगह नहीं है। प्रतिदिन यार्ड तीन ट्रेनों के रखरखाव की क्षमता है। लेकिन रखरखाव की गई बोगियों को रखने के लिए अतिरिक्त लाइन नहीं है। यार्ड से मालगोदाम हटने के बाद ही पिट लाइन व सिक लाइन बनाई जा सकती है। लेकिन इसमें एक वर्ष से ज्यादा का समय लग सकता है।
भागलपुर से दुमका व देवघर के लिए ट्रेन मार्च से चल सकती है। नई रेलवे लाइन बनकर तैयार है और सीआरएस कराने की तैयारी चल रही है। हो सकता है अगले रेल बजट में भागलपुर से उक्त रूट पर ट्रेनें चलाने की घोषणा हो सकती है। लेकिन यार्ड में एक दिन में मात्र तीन ट्रेनों का ही रखरखाव हो सकता है। यार्ड में 24 का दो व 20 कोच का एक पिट लाइन है। साथ ही 24 कोच रखने के लिए एक लाइन है। साथ ही ट्रेनों का रखरखाव करने वाले कर्मियों की भी भारी कमी है। ऐसे में नई ट्रेनों का चलना मुश्किल हो जाएगा। हालांकि पिट लाइन की कमी को देखते हुए चल रही पैसेंजर ट्रेनों का विस्तार देवघर व दुमका तक किया जा सकता है। यार्ड में जगह की कमी के कारण भागलपुर से दिल्ली आदि के लिए नई ट्रेन चलने की संभावना कम ही है। साथ भागलपुर से चलने वाली ट्रेनों का फेरा भी बढ़ना मुश्किल है। जगह की कमी के कारण ही विक्रमशिला एक्सप्रेस में एलएचबी नहीं जोड़ा जा रहा है। रेल अधिकारियों का कहना है कि यार्ड से माल गोदाम के हटने के बाद ही नई पिट लाइन व सिक लाइन का निर्माण हो सकता है। हालांकि माल गोदाम निर्माण के लिए रेलवे की हरी झंडी मिल गई है। लेकिन टेंडर आदि की प्रक्रिया में काफी विलंब हो रहा है। टेकानी में बनने वाले माल गोदाम के लिए राशि जारी होने के बाद भी अगले वर्ष तक निर्माण कार्य पूरा होने की संभावना है। माल गोदाम बनने तक भागलपुर से नई ट्रेन चलनी मुश्किल है। यही कारण है कि भागलपुर से नई ट्रेन की घोषणा नहीं हो रही है।
ट्रेनों का होता है रखरखाव चलती है ट्रेन
विक्रमशिला एक्सप्रेस सात दिन
भागलपुर-लोकमान्य तिलक एक्स. तीन दिन
भागलपुर-नई दिल्ली साप्ताहिक एक्स. एक दिन
भागलपुर-अजमेरशरीफ एक्स. एक दिन
अंग एक्सप्रेस एक दिन
भागलपुर-सूरत एक्स. दो दिन
वनांचल एक्स. सात दिन
अमरनाथ एक्स. एक दिन
भागलपुर-रांची एक्स. तीन दिन
जनसेवा एक्सप्रेस सात दिन
गरीब रथ तीन दिन