अर्द्ध सैनिक बलों के भय से बिल में घुसे रहे बदमाश
भागलपुर । अर्द्ध सैनिक बलों की भारी तैनाती और गश्ती से भयभीत बदमाश अपने बिल में ही दुबके रहें, किसी
भागलपुर । अर्द्ध सैनिक बलों की भारी तैनाती और गश्ती से भयभीत बदमाश अपने बिल में ही दुबके रहें, किसी भी इलाके में बूथों या उसके इर्दगिर्द वे कहीं नजर ही नहीं आए। अपराध ग्रस्त दियारा इलाके में भी आपराधिक गिरोहों की बंदूके नहीं गरजी। जबकि इस बात को लेकर अंदेशा था कि वहां आपराधिक गिरोहों में अपने खेमे के प्रत्याशियों के लिए तनातनी और बंदूक की जोर-आजमाइश होगी। इस बात को लेकर भी लोग भयभीत थे कि गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र, पीरपैंती विधानसभा क्षेत्र, नाथनगर विधानसभा क्षेत्र में आपराधिक गिरोहों के बीच खूनी संघर्ष हो सकता है। जातिगत आधार पर बंटे आपराधिक गिरोहों की गोलबंदी भी चुनाव पूर्व इसी पृष्ठभूमि में गोपालपुर, बिहपुर, नाथनगर में हुई थी। प्रशासन को इस बात की खुफिया रिपोर्ट भी थी कि दियारा इलाके में अपने पक्ष में वोट गिराने के लिए दियारा के मतदाताओं पर आपराधिक गिरोह दवाब बनाने लगे हैं। ऐसी भी सूचना थी कि विरोधी मतों को बूथों तक नहीं पहुंचने देने का भी ताना-बाना आपराधिक गिरोहों ने बुन रखा था। इन तमाम सूचनाओं को देखते हुए चुनाव के 15 दिन पूर्व से ही नवगछिया, भागलपुर और बांका में खास तैयारी की गई थी। आपराधिक गिरोहों और चुनाव में वोटर को भयभीत करने की कुछ नेताओं की रणनीति को ध्वस्त करने के लिए अर्द्ध सैनिक बलों की गश्त तेज करा दी गई। चिह्नित इलाकों में स्थानीय पुलिस के बदले अर्द्ध सैनिक बलों की टुकड़ियां रोज गश्त लगाती रहीं। फ्लैग मार्च भी रोज किसी न किसी इलाके में लगता रहा। अत्याधुनिक हथियारों से लैस बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, एसएसबी, रैपिड एक्शन फोर्स, भारत तिब्बत सीमा बल के जवानों ने भागलपुर रेंज के भागलपुर, नवगछिया और बांका जिले में किलेबंदी कर रखी थी। ऐसी किलेबंदी जिसमें अपराधियों ने इलाका ही छोड़ दिया। काफी संख्या में अपराधी गिरफ्तार कर लिए गए। जो बचें वा जान सलामती के भय से बिल में दुबके रहे।
नक्सली भी मांद में दुबके रहे
नक्सल प्रभावित भागलपुर और बांका में नक्सलियों ने भी चुनाव प्रभावित करने की हिम्मत जुटा नहीं सके। वे मांद में दुबके रहे। भागलपुर के पीरपैंती, ईशीपुर बाराहाट, सजौर, शाहकुंड, अकबरनगर, शाहकुंड, बाथ इलाके में नक्सली अर्द्ध सैनिक बलों के भय से सिर उठा ना सके। मतदाता बेखौफ होकर अपने घरों से बाहर निकल मतदान किया। भागलपुर प्रक्षेत्र के आईजी ने हेलीकाप्टर से नौ जिलों का हवाई सर्वेक्षण कर इलाके का हाल जाना। मुंगेर और भागलपुर के डीआइजी ने भी अपने रेंज इलाके का हवाई मुआयना कर चुनावी गतिविधि का जायजा लिया।