अशांति फैला सकते है छह हजार लोग
भागलपुर [संजय सिंह]। भागलपुर और मुंगेर प्रमंडल में छह हजार ऐसे लोगों को चिह्नित किया गया है जो चुनाव
भागलपुर [संजय सिंह]। भागलपुर और मुंगेर प्रमंडल में छह हजार ऐसे लोगों को चिह्नित किया गया है जो चुनाव के दौरान गड़बड़ी फैला सकते हैं। पुलिस को जानकारी मिली है कि चुनाव के दौरान ये लोग छोटी घटनाओं की आड़ में सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं। गड़बड़ी फैलाने वालों को नौ श्रेणी में बांटा गया है। आने वाले समय में ऐसे लोगों की संख्या बढ़ भी सकती है। पुलिस ने इन्हें चिह्नित करना भी शुरू कर दिया है। पुलिस इन पर धारा 107 व 116 के तहत निरोधात्मक कार्रवाई करेगी। फिर न मानने वालों से 50 हजार के जुर्माने का बांड भराया जाएगा।
गौरतलब है कि ऐसे लोगों के खिलाफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी सख्ती से निपटने का निर्देश दिया है। इसी के मद्देनजर हाल की दो घटनाओं का हवाला देते हुए वरीय पुलिस अधिकारियों को कहा गया है कि कुछ लोग राजनीतिक लाभ लेने के लिए सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
राज्य पुलिस मुख्यालय में दो घटनाओं का हवाला दिया है। पिछले दिनों अररिया जिले के भरगामा थाना में पदस्थापित दारोगा प्रवीण कुमार की हत्या अपराधियों ने कर दी थी। पुलिस भले ही इस घटना में शामिल मुख्य अपराधी को पकड़ पाने में विफल रही हो लेकिन इस घटना को लेकर राजनीतिक उथल-पुथल के कारण यह इलाका लंबे समय तक अशांत रहा। इस घटना को भी जातीय रंग देने की पुरी कोशिश की गई लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की सूझबूझ से मामला शांत हुआ। खगड़िया के परबत्ता में भी दलित उत्पीड़न को लेकर तनाव फैलाने की पुरजोर कोशिश की गई। कई राजनीतिक दलों के लोग आज भी इस कोशिश में लगे हैं कि किसी तरह सामाजिक सद्भाव बिगड़े ताकि चुनावी वर्ष में इस घटना की आड़ में राजनीतिक रोटियां सेंकी जा सकें। बढ़ते बवाल को देखकर मुख्यमंत्री ने वरीय अधिकारियों से पूरा ब्योरा तलब किया। मुख्यमंत्री के रुख के बाद आयुक्त, आइजी, डीआइजी व अन्य प्रशासनिक अधिकारी पीड़ितों से मिले और उन्हें भरपूर सुरक्षा देने का आश्वासन दिया।
इस बाबत पूछे जाने पर आइजी बच्चू सिंह मीणा ने बताया कि सामाजिक सद्भाव किसी भी कीमत पर बिगड़ने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस गरीबों को हर कीमत पर सुरक्षा देगी। पुलिस का यह प्रयास है कि दोषी बचे नहीं और निर्दोष फंसे नहीं। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने अधीनस्थ पुलिस अधीक्षकों को यह निर्देश दिया है कि चुनाव में अशांति फैलाने वाले लोगों को चिह्नित कर कार्रवाई शुरू करें। लगभग छह हजार लोगों को चिह्नित किया गया है। इसके लिए नौ बिंदु सुझाए गए थे।
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किन-किन लोगों पर हुई है कार्रवाई
1. ऐसे लोग जिन पर रंगदारी मांगने का आरोप लगा है
2. छेड़खानी के आरोप में पकड़े गए लोगों के खिलाफ
3. पांच वर्षो के दौरान जो लोग सांप्रदायिक घटनाओं में आरोपित रहे
4. जातीय उन्माद या तनाव कायम करने पर जिनके खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया हो
5. पुलिस व प्रशासन के काम में व्यवधान डालने वालों के खिलाफ
6. बड़े पैमाने पर अवैध शराब का कारोबार करने वालों के खिलाफ
7. जिनके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई हो
8. ऐसे लोग जिन पर डकैती व लूटकांड में शामिल रहने का आरोप लगा है
9. ऐसे सफेदपोश लोग जो परदे के पीछे रहकर समाज को तोड़ना चाहते हैं
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