सपना बी ग्रेड का, हालत सी से भी खराब
भागलपुर। फर्जी डिग्री को लेकर फजीहत झेल रहे तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के विभागों क
भागलपुर। फर्जी डिग्री को लेकर फजीहत झेल रहे तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के विभागों की हालत काफी खराब है। परीक्षा विभाग से लेकर पीजी विभागों की स्थिति एक जैसी है। कई विभागों में तो कुलपति के कई निर्देशों के बाद भी सेमिनार नहीं कराया गया। ऐसे विभागों के विभागाध्यक्षों पर कार्रवाई नहीं होने से स्थिति जस की तस है।
2003 में तत्कालीन कुलपति प्रो. रामाश्रय यादव के समय टीएमबीयू की नैक ग्रेडिंग हुई थी। विश्वविद्यालय को सी ग्रेड मिला था। इस बार बी ग्रेड लाने का सपना देखा जा रहा है। कुलपति प्रो. दुबे ने इस बाबत मंगलवार को नैक मूल्यांकन की स्थिति को जानने बैठक आहूत की। बैठक में प्रतिकुलपति प्रो. एके राय, एफओ बीके वर्मा, यूजीसी अफसर प्रो. इकबाल अहमद, विश्वविद्यालय इंजीनियर मो. इकबाल हुसैन आदि ने भाग लिया।
पीजी विभागों की हालत पर कुलपति ने जताई चिंता
बैठक में पीजी के अधिकांश विभागों के जर्जर भवन, पेयजल की अच्छी व्यवस्था नहीं होने पर कुलपति ने चिंता जताई। नैक मूल्यांकन को लेकर सभी पीजी विभागों को प्रस्ताव देने को कहा गया। पीजी विभागों की मरम्मत एवं सौंदर्यीकरण करने का निर्णय लिया गया। वर्ग कक्ष, पेयजल व्यवस्था, बाथरूम की व्यवस्था बेहतर बनाने पर बल दिया गया।
एक महीने के अंदर काम शुरू करने का निर्देश
12 वीं योजना के तहत एक महीने के अंदर निर्माण कार्य शुरू करने का निर्देश दिया गया है। विश्वविद्यालय लाइब्रेरी, कैंटीन, हेल्थ सेंटर के नए भवन के निर्माण में तेजी लाने की हिदायत दी गई।
खास बातें -
- जुलाई के दूसरे सप्ताह में होगी बिल्िडग कमेटी की बैठक
- जुलाई में बुलाई जाएगी पीजी के हेड्स की बैठक
- नैक मूल्यांकन में विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी अग्निपरीक्षा
- 29 कॉलेजों में से महज दो ने कराया है नैक से मूल्यांकन
- महादेव सिंह कॉलेज से भी सीख नहीं लेते सरकारी कॉलेज
- संबंधन प्राप्त होते हुए भी महादेव सिंह कॉलेज ने नैक मूल्यांकन में बी ग्रेड हासिल किया है।
- यूजीसी के लाखों के काम की नहीं हो रही सही निगरानी
'' विश्वविद्यालय के नैक मूल्यांकन की पहल की जा रही है। इस साल के अंत तक नैक मूल्यांकन कराने की योजना है। कुलपति इसके लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। पीजी विभागों की सूरत बदलने का निर्णय लिया गया है।
प्रो. इकबाल अहमद, पीआरओ टीएमबीयू