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रात भर चैन से जगकर करते हैं वसूली

भागलपुर में जब लोग रात को चैन की नींद इस भरोसे सोते हैं कि उनकी हिफाजत में पुलिस की गश्ती पार्टी लगी

By Edited By: Published: Tue, 12 May 2015 01:53 AM (IST)Updated: Tue, 12 May 2015 01:53 AM (IST)
रात भर चैन से जगकर करते हैं वसूली

भागलपुर में जब लोग रात को चैन की नींद इस भरोसे सोते हैं कि उनकी हिफाजत में पुलिस की गश्ती पार्टी लगी हुई होगी। उनके रहते डरने की कोई बात नहीं। वह अपने घर की चारदीवारी में सुरक्षित हैं। लेकिन इससे इतर पुलिस की गश्ती पार्टी रात भर चैन से जग कर वसूली करती है। रात्रि गश्ती पार्टी की सेवा भाव के सच का आंखों देखा हाल बता रहे हैं दैनिक जागरण के रात के रिपोर्टर कौशल किशोर मिश्र और फोटोग्राफर नीरज

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दिन में ट्रकों की लंबी कतार लग जाए तो लगने दो। जाम में फंस कर जनता आजिज हो जाए तो होने दो। स्कूली बच्चे धूप और प्यास से जाम में बिलबिलाते हैं तो बिलबिला जाने दो। जनता लुटती है तो लुटने दो। लोगों के घरों में चोर घुसते हैं। डकैती होती है, इसकी भी परवाह नहीं। क्योंकि हमें रात भर चैन से जग कर सिर्फ और सिर्फ वसूली करनी है। इस वसूली की रकम में उन्हें जो मिलेगा सो मिलेगा। वसूली का माल ऊपर तक भी जाता है। भोर होते ही एक सफाचट मूंछ वाले साहब भी आ जाएंगे। कभी बुलेट से कभी जीप से। कमर पर हाथ रखकर बोलेंगे की हो ..केतना के वसूली होल है। यह कहानी अलीगंज के समीप वसूली में लगी पुलिस गश्ती पार्टी का एक सिपाही खोल कर रख दिया।

रविवार रात पौने एक बजे इस सिपाही के तेवर दिन वाले नहीं थे। वसूली की चिंता और अपने हिस्से के आस की चमक उसके चेहरे पर साफ देख जा सकती थी। भागलपुर-बौंसी मार्ग के हुसैनाबाद के पास जीप रोक कर पुलिस पार्टी ट्रकों की लंबी कतार में एक-एक ट्रक से रुपये वसूलती मिली। ट्रक चालक भी मानों उनकी मांग जानते थे। बिना किसी बातचीत दो सौ के नोट आगे बढ़ाते जाते थे। फोटोग्राफर ने जैसे ही अंधेरे की ओट लिए कैमरा आन किया तो उसके फ्लैश से एक पुलिस वाले ने गुस्से का इजहार किया, लेकिन दूसरे ने उसे रोक दिया। ए..जाम के फोटो खींच रहा है। वसूली चंद मिनट के लिए रुक गई।

वसूली का यह खेल सिर्फ बबरगंज थाना क्षेत्र के अलीगंज या हुसैनाबाद के समीप ही नहीं बल्कि हबीबपुर के दाउदबाट चौक, मनोहरपुर मोड़, मुस्लिम हाई स्कूल मोड़, कैंप जेल रोड, विश्वविद्यालय जुगल बड़ चौक, टीएनबी कालेज गेट के समीप और सबौर रोड, घुरनशाह पीर बाबा चौक, त्रिमूर्ति चौराहे पर भी मिला। ट्रक चालकों को यह पता होता है कि उनके साथ कच्चा माल है। कुछ में बालू भरा है। कुछ में बोल्डर या खाद्य पदार्थ है। उनसे बात करने पर वह अपनी मजबूरी बयान करने लगे। सुरेंद्र सिंह नामक चालक का कहना था कि ट्रक मालिक सौ, दो सौ रुपये की वसूली को बहुत अच्छी तरह जानते हैं। इसलिए उतनी राशि वह साथ लगा देते हैं। पर, एक बार ओवरलोड की बात कह अलीगंज के समीप सुबह खुद को अधिकारी बता एक पुलिस वाले ने ट्रक थाना ले जाने की बात कह केबिन के दराज से दस हजार रुपये जबरन ले लिया। कुछ बोलने की कोशिश में अंदर तक डालने की धमकी दी। किसी तरह जान बचाकर वह तब गोड्डा माल लेकर जा सका था। कुशीनगर का रहने वाले चालक सुग्रीव का कहना था कि भागलपुर सीमा में चार से पांच जगह पर उससे वसूली की जाती है। कई चालकों की शिकायत थी कि भागलपुर में थाने के बाहर गाड़ी लगा हाजत में बंद कर आतंकित कर दस से 50 हजार रुपये तक वसूली किए गए हैं। ऐसे में हमेशा इस रूट में जाना है तो पुलिस संबंध भी बना लेते हैं। रात का खेल इसी तरह चलता रहता है।

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