कमाल की है टीएनबी की कला प्रतिभा
रूप कुमार,भागलपुर: न संगीत का विभाग, न ही संगीत गुरु। बावजूद इसके टीएनबी की कला प्रतिभा गजब की निखरी
रूप कुमार,भागलपुर: न संगीत का विभाग, न ही संगीत गुरु। बावजूद इसके टीएनबी की कला प्रतिभा गजब की निखरी है। कमाल की इस प्रतिभा का कायल नैक टीम भी हो चुकी है। विवि के अधिकांश कॉलेजों से यहां के कलाकारों की प्रतिभा कुछ हट के है। वर्तमान समय में टीएनबी कॉलेज में 30 कलाकारों की एक टोली है। जिसके अधिकांश छात्र पढ़ने के साथ सरगम के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। सांस्कृतिक परिषद की सचिव प्रो. एस जेड खानम के निर्देशन में यहां की कला प्रतिभाओं को सींचा जा रहा है। दरअसल कला प्रतिभाओं को निखारने का श्रेय प्रो. खानम को ही जाता है। जो उर्दू की शिक्षिका हैं। लेकिन संगीत के क्षेत्र में गजब की पकड़ है। प्रो. खानम खुद नात गाती हैं। अपनी अम्मी की प्रेरणा से प्रो. खानम की शायरी के क्षेत्र में गजब की काबिलियत है। कॉलेज में अब तक 100 से अधिक छात्र-छात्राओं को कला के क्षेत्र में निखार चुकी प्रो. खानम की मेहनत एवं लगन की चर्चा पूरे विवि में होती है। टीएनबी को ए ग्रेड दिलाने में यहां की सांस्कृतिक गतिविधियों की बड़ी भूमिका रही है।
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कला के क्षेत्र में इन छात्र-छात्राओं की है विशेष पहचान
- नाथनगर की रहने वाली पार्ट थर्ड की छात्रा प्रिया शिल्पी में कला की गजब की प्रतिभा है। उसकी मखमली आवाज से सभी मुग्ध हो जाते हैं। उसका नामांकन भी संगीत के कोटे से हुआ है। हारमोनियम के साथ गीत, गजल एवं भजन गाने वाले पार्ट टू के छात्र धनंजय की संगीत प्रतिभा भी काफी अव्वल है। टीएनबी के इस्ट ब्लॉक में रहने वाले इस छात्र को कला ने नायक बना दिया है। इंटर की छात्रा जया की भी लोकगीत से लेकर फिल्मी गीत पर जबर्दस्त पकड़ है। गणित ऑनर्स के छात्र मंगलम की भी गायन एवं वादन में विशेष क्षमता है। प्लस टू की छात्रा प्रीति कुमारी भी संगीत के लिए खास रूप से जानी जाती हैं।
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'' साज, आवाज एवं शायरी का गजब का संगम होता है। संगीत एवं शायरी मेरे खून में बसी है। पहले संगीत के कोटे से एक नामांकन लिया जाता था। अब कोटे को बढ़वाया है। टीएनबी की कला प्रतिभा हर जगह छा जाती है।
प्रो. एस जेड खानम सचिव सांस्कृतिक परिषद टीएनबी कॉलेज