आरएसएस ने मनाया नव वर्ष प्रतिपदा, निकाला पथ संचलन
जागरण संवाददाता, भागलपुर : चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा वर्ष प्रतिपदा कहलाती है। इस दिन से ही
जागरण संवाददाता, भागलपुर : चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा वर्ष प्रतिपदा कहलाती है। इस दिन से ही हिंदु नव वर्ष शुरू होता है। इसे नव संवत्सर भी कहते हैं। इसी दिन ब्रह्माजी ने सृष्टि का निर्माण किया था और आरएसएस के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार का जयंती भी है। हिन्दुत्व राष्ट्रीयता है और भारत का हर नागरिक को जाति-पाति व छूआ-छूत से ऊपर उठकर एक होना होगा।
उक्त बातें क्षेत्रीय संगठन मंत्री विद्या भारती दिवाकर घोष ने शनिवार को गोशाला में नव वर्ष प्रतिपदा के मौके पर आरएसएस के द्वारा आयोजित समारोह में बौद्धिक देते हुए कही। वो वर्ष प्रतिपदा एवं डॉ. हेडगेवार की जीवनी पर प्रकाश डाल रहे थे। इससे पहले स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में घोष वाद्य यंत्र के साथ गोशाला से पथ संचलन निकाला। पथ संचलन कोतवाली चौक, खलीफाबाग, घंटाघर चौक, आदमपुर, स्वामी विवेकानंद पथ, नयाबाजार चौक होते नया बाजार पहुंचा। समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. रत्ना मुखर्जी और मुख्य शिक्षक चंद्रशेखर कुमार एवं पथ संचलन प्रमुख हरविंद नारायण भारती थे। ध्वजारोहण महादेव जी एवं दिलीप शुक्ला ने किया। अध्यक्षता जिला संघ चालक डॉ. राणा प्रसाद सिंह ने की। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. राणा प्रसाद सिंह ने किया। पथ संचलन के दौरान महिलाओं एवं बच्चों ने पुष्प वर्षा की। लोग ने एक दूसरे को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी। इस मौके पर उप महापौर डॉ. प्रीति शेखर, निगम पार्षद संतोष कुमार, वरिष्ठ चिकित्सक डा. लक्ष्मीकांत सहाय, यागेश पांडेय सहित कई स्वयंसेवक मौजूद रहे।