टीएनबी में गरमाई सियासत, कुलपति ने लिया संज्ञान
जागरण संवाददाता,भागलपुर: पूर्वी छात्रावास के अधीक्षक को हटाने की मांग का मुद्दा गर्मा गया है। टीएनबी
जागरण संवाददाता,भागलपुर: पूर्वी छात्रावास के अधीक्षक को हटाने की मांग का मुद्दा गर्मा गया है। टीएनबी कॉलेज में इस मामले को लेकर शह- मात की राजनीति शुरू हो गई। शिक्षक भी दो फाड़ में बंट गए हैं। अब सबकी नजर जांच कमेटी पर है। इस मामले का संज्ञान कुलपति ने भी लिया है। कुलपति ने कहा कि ए ग्रेड के कॉलेज को सियासत का अखाड़ा नहीं बनने दिया जाएगा। उधर विद्यार्थी परिषद ने छात्रावास अधीक्षक को हटाने की मांग को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया है। टीएनबी कॉलेज के छात्र नेता प्रभु प्रिंस ने कहा कि छात्रावास अधीक्षक छात्रों को भड़का कर परिषद पर गलत आरोप लगवा रहे हैं। छात्र नेता ने कहा कि परिषद का टेंडर से कोई लेना देना नहीं है। आरोप लगाने वालों को सबूत पेश करना होगा नहीं तो जिसने भी टेंडर से मामले को जोड़कर परिषद की छवि को धूमिल करने की कोशिश की है वैसे आरोप लगाने वालों पर मुकदमा किया जाएगा। पूरे विवाद में अब कॉलेज के शिक्षक भी कूद गए हैं। ं पूरे मामले को लेकर कॉलेज के शिक्षक सह परिषद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रो. कामाख्या प्रसाद का कहना है कि 26 मार्च को पटना में छात्रों की एक विशाल रैली होने वाली है। परिषद के द्वारा रैली का आह्वान किया गया है। इसी के प्रचार प्रसार को लेकर टीएनबी कॉलेज में यह विवाद खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि कॉलेज में परिषद द्वारा की गई दीवार लेखन को 26 मार्च के बाद मिटा दिया जाएगा। पूरे मामले में परिषद के द्वारा प्रो. रामाश्रय यादव के कार्यकाल में कॉलेज में एक छात्रा के साथ हुई घटना को भी उछाला गया है। परिषद का कहना है कि लड़ाई आरपार की है। व्यवस्था से लाभ लेने वाले लोग परिषद को बदनाम करने की कहानी रचते हैं। परिषद ने पूरे मामले में टेंडर के किसी प्रकरण से साफ इंकार किया है। जिला संगठन मंत्री हिमांशु ने कहा कि छात्रावास अधीक्षक को हटाने की मांग को लेकर कुलपति को भी ज्ञापन दिया गया है। कॉलेज के एक विभाग के हेड एवं उनके ही विभाग के एक शिक्षक के बीच इस मामले को लेकर सियासत शुरू हो गई है। उधर छात्रावास अधीक्षक ने कहा कि वो नियम के साथ काम कर रहे हैं। उनके ऊपर जो भी आरोप लगाया गया है वो गलत है।