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पौधों की भीतरी दुनिया का पढ़ाया जा रहा पाठ

जागरण संवाददाता,भागलपुर: टीएनबी कॉलेज के बॉटनी विभाग में इस समय देश के टॉप क्लास के वैज्ञानिकों के द

By Edited By: Published: Mon, 23 Feb 2015 11:49 PM (IST)Updated: Mon, 23 Feb 2015 11:49 PM (IST)
पौधों की भीतरी दुनिया का पढ़ाया जा रहा पाठ

जागरण संवाददाता,भागलपुर: टीएनबी कॉलेज के बॉटनी विभाग में इस समय देश के टॉप क्लास के वैज्ञानिकों के द्वारा पौधों की अनूठी दुनिया का पाठ पढ़ाया जा रहा है। वर्कशॉप के चौथे दिन तीन अलग- अलग विषयों पर लेक्चर हुआ। शिलांग से आए नामी वैज्ञानिक डॉ. एए माउ ने टिश्यू कल्चर के जरिए विलुप्त हो रहे पौधों की हिफाजत के तकनीक की जानकारी दी। उन्होंने टिश्यू कल्चर के विषय में पूरी जानकारी दी। गंगटोक से आए वैज्ञानिक डॉ. डीके अग्रवाला ने प्रकृति के मनोहारी तोहफे ओरकीड पौधों के बारे में जानकारी दी। बताया गया कि ये पौधा सपोर्ट लेकर जीता है। लेकिन वातावरण की नमी को संग्रहित कर क्लोरोफिल की मदद से खुद भोजन बनाता है। इन पौधों का जड़ हवा में लटकते रहता है। पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन के जरिए ऐसे पौधों की जानकारी दी गई। देश-विदेश के ओरकीड पौधों की जानकारी उपलब्ध कराई गई। इलाहाबाद से आई वैज्ञानिक आरती गर्ग ने पॉलेन ग्रेन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। सभी विषयों पर प्रतिभागियों को प्रायोगिक कराकर उनकी जानकारी को और अपटेड किया गया। बॉटनिकल सर्वे ऑफ इंडिया की मदद से प्लांट टेक्सोनॉमी पर आयोजित वर्कशॉप में आयोजन सचिव प्रो. एच के चौरसिया बढ़चढ़ भाग ले रहे हैं। प्रतिकुलपति प्रो. एकेराय ने सोमवार को वर्कशॉप में मौजूद थे। मंगलवार को तीन और वैज्ञानिक भागलपुर आ रहे हैं। रविवार को वर्कशॉप में भाग ले रहे प्रतिभागियों ने मंदार के जंगल में पौधों की टोह ली। बॉटनी विभाग में प्रो. चौरसिया की पहल पर लंबे समय बाद इस तरह के वर्कशॉप का आयोजन किया गया है।


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