और वो ठंड से तड़प तड़प कर मर गया
हाड़ कंपा देने वाली ठंड में तीन दिनों से ठिठुर रहे एक वृद्ध ने मंगलवार को तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया।
भागलपुर। हाड़ कंपा देने वाली ठंड में तीन दिनों से ठिठुर रहे एक वृद्ध ने मंगलवार को तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। गर्म कपड़े, कंबल व भोजन के अभाव में भला उसकी बूढ़ी काया कब तक भीषण ठंड ङोल पाती। भागलपुर जंक्शन के आरक्षण काउंटर के बाहर खुले आसमान के नीचे ठिठुरते इस वृद्ध पर इस दौरान स्टेशन आने-जाने वाले हजारों लोगों, रेलवे के कर्मचारियों-अधिकारियों, जीआरपी, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की उड़ती ही सही पर नजर तो जरूर पड़ी होगी पर शायद सभी की मानवीय संवेदनाएं शून्य हो चुकी थीं। किसी ने भी लाचार वृद्ध की मदद करना मुनासिब नहीं समझा।
रेलवे के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी उसे तन ढकने के लिए एक कंबल तक देने की जहमत नहीं उठाई। जिला प्रशासन की तो बात ही छोड़िए। उसे शायद किसी गरीब के यूं ठंड से ठिठुर कर मर जाने से कोई खास फर्क नहीं पड़ता।