भागलपुर में छठ घाटों की सफाई बनी चुनौती
शहर की साफ-सफाई के साथ गंगा किनारे छठ घाटों की सफाई एवं मरम्मत नगर निगम के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है।
भागलपुर। शहर की साफ-सफाई के साथ गंगा किनारे छठ घाटों की सफाई एवं मरम्मत नगर निगम के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। 40 छठ घाटों में से अभी भी कई की हालत दुरुस्त नहीं हो पायी है। हालांकि नगर अपनी पूरी ताकत झोंके हुए है। किंतु, शहरवासी घाटों की सफाई व्यवस्था से अभी भी पूरी तरह संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं। शहर में 40 छठ घाटों पर छठ व्रती सूर्यदेव को अघ्र्य देंगे। नगर निगम ने घाटों की साफ-सफाई के साथ अन्य सुविधा बहाली के लिए कार्ययोजना बनाकर काम शुरू कर दिया है। इसके लिए पदाधिकारियों एवं प्रभारियों की पूरी टीम लगायी गयी है। घाट की सफाई व्यवस्था संभालने की जिम्मेवारी छठ पूजा समितियों को सौंपी गयी है। इसकी निगरानी के लिए संबंधित वार्ड के सफाई प्रभारी को कहा गया है।
घाटों की साफ-सफाई के साथ पहुंच पथ की मरम्मत एवं सफाई का निर्देश दिया गया है। सफाई के बाद चूना व ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करने एवं प्रकाश की व्यवस्था करने को कहा गया है। बावजूद इसके करीब एक दर्जन से अधिक घाटों की स्थिति बदतर बनी हुई है। सबसे बुरा हाल एसएम कालेज छोटी खंजरपुर सीढ़ी घाट का है। खिरनी घाट पर भी गंदगी है। विश्वविद्यालय घाट पर पिछले चार दिनों से जेसीबी से सफाई चल रही है। दीपनगर घाट की भी हालत खराब है। हालांकि इस घाट की सफाई रविवार से शुरू कर दिया गया है। नगर आयुक्त अवनीश कुमार सिंह रविवार को पूरे दिन भ्रमण कर छठ घाटों का जायजा लेते रहे। उन्होंने मोटर वोट से बरारी पुल घाट, लंच घाट, पिपली धाम घाट सहित कई अन्य घाटों का निरीक्षण किया।