बकरीद में आसमां छू रही बकरे की कीमत
जागरण संवाददाता, भागलपुर : बकरीद में कुर्बानी की महत्ता है। इसके लिए हर कोई अपने समर्थ के अनुरुप बकर
जागरण संवाददाता, भागलपुर : बकरीद में कुर्बानी की महत्ता है। इसके लिए हर कोई अपने समर्थ के अनुरुप बकरे की कुर्बानी देते हैं। इस मंहगाई में बकरे की कीमत सिर चढ़कर बोल रही है। शहर के बाजारों में बकरे की कीमत आसमां पर है। तातारपुर चौक समेत अन्य चौक-चौराहों पर बकरे की खरीदारी जोरों पर है। कुछ लोग यहां पहुंचते हैं और बकरे का मोल-भाव भी कर अपने मन को संतुष्ट कर लेते हैं। चौक-चौराहों पर लगे बाजारों में 10 से लेकर 30 हजार रुपये तक के बकरे बिक रहे हैं।
हसनाबाद के इलियास ने कहा कि गत वर्ष के अनुपात में इस बार डेढ़ गुणा बकरे की कीमत बढ़ी है। लोगों की आमदनी जहां थी वहीं है। इसमें कहीं इजाफा नहीं हुआ है। वही समर्थ लोगों के बीच अधिक कीमत वाले बकरे की होड़ लगी है। कुछ लोग बकरे के नस्ल व स्वस्थ बकरे की तलाश करते दिखे। शहर के अस्थायी बाजारों में बांका, खगड़िया व पूर्णिया आदि से भी बकरे लाए गए है। कुछ जिले के ग्रामीण क्षेत्र नाथनगर, सबौर और जगदीशपुर के दर्जनों मवेशी पालक बकरा बेचने पहुंचे हैं। मदनीनगर के नूर आलम ने बताया कि डेढ़ वर्ष के बकरा को 19 हजार रुपये में बेचा। वहीं नरगा के मीर मंजर हुसैन ने कुर्बानी के लिए राजस्थान से बकरा लाया था। तोता परी नस्ल के इस बकरा को तैयार करने में एक साल आठ माह का समय लगा है। चार फीट ऊंचे और 70 किलो वजनी बकरा को तैयार करने में प्रति दिन 70 रुपये प्रतिदिन खर्च हुए। लोग इसकी कीमत के 80 हजार रुपये तक लगा रहे थे।