श्रद्धालु दो अक्टूबर को रखें महाअष्टमी का व्रत
जागरण संवाददाता, भागलपुर : महाअष्टमी का व्रत श्रद्धालु दो अक्टूबर को रखें। यह ज्यादा शुभ होगा। क्यों
जागरण संवाददाता, भागलपुर : महाअष्टमी का व्रत श्रद्धालु दो अक्टूबर को रखें। यह ज्यादा शुभ होगा। क्योंकि अष्टमी का प्रवेश पहली अक्टूबर को 10.28 में होता है। जो दो अक्टूबर को सुबह 8.38 बजे तक है। जिसका उदय उसी का अस्त मान कर दो अक्टूबर को महाअष्टमी का पर्व शुभ होगा। यह कहना है उमेश्वरनगर निवासी पंड़ित चंद्रशेखर झा का। आवश्यकता सिर्फ यही है कि व्रती देवी दर्शन व खोइचा भरने का काम 8.38 के पूर्व कर लें। दो अक्टूबर को ही 8.39 में नवमी का प्रवेश है। इसलिए इसी दिन व्रती ब्राह्माण भोजन व कन्या पूजन का भी काम कर सकते हैं। लेकिन पारण तीन अक्टूबर को पूजा पाठ के उपरांत 6.35 सुबह तक कर सकती है। अगर श्रद्धालु तीन अक्टूबर को भी ब्राह्माण भोजन व कन्या पूजन करना चाहते हैं तो यह भी शुभ है।