नवयुग में बवाल, घर लौटे 1700 बच्चे
जागरण संवाददाता,भागलपुर: नवयुग विद्यालय के दस कर्मचारियों को प्रबंधन द्वारा हटाने के बाद स्थिति बिगड़ गई है। सोमवार को हटाए गए कर्मचारियों ने स्कूल के प्रवेश द्वार पर धरना प्रदर्शन करते हुए स्कूल में पठन-पाठन को बाधित कर दिया। कर्मचारियों की मांग के साथ सुर में सुर मिलाते हुए स्कूल के शिक्षकों ने भी आंदोलन का एलान करते हुए कर्मचारियों के साथ धरना दिया। नवयुग विद्यालय सोमवार को पूरी तरह पुलिस छावनी में बदल गया। इस दौरान स्कूल के 1700 बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बिना पढ़ाई के ही उन्हें बैरंग घर लौटना पड़ा। विस्फोटक स्थिति देख स्कूल प्रबंधन ने स्कूल को सात दिनों के लिए बंद कर दिया है। मोबाइल पर परिजन को बुलाकर बच्चों को घर भेजा गया। कई बच्चों ने भी स्कूल के अंदर उधम मचाया।
नवयुग विद्यालय में बवाल की सूचना पाकर इंस्पेक्टर मनोरंजन भारती एवं आदमपुर थानाध्यक्ष उमेशलाल रजक ने पूरे मामले की गहन जांच की। स्कूल में एक दरोगा के नेतृत्व में पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि प्रबंधन से कहा गया है कि कर्मचारियों से वार्ता कर आंदोलन को खत्म करने की दिशा में पहल की जाए। अगर बात नहीं बनी तो दोनों पक्षों के द्वारा आवेदन मिलने पर पुलिस कानूनी कार्रवाई कर निरोधात्मक कार्रवाई करेगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बच्चों की पढ़ाई बाधित होना ठीक नहीं है। आंदोलन से स्कूल की साख को ठेस पहुंचेगी। कर्मचारियों से कहा गया है कि वो शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करें।