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माओवादियों ने खरीदे 33 लाख के हथियार

By Edited By: Published: Fri, 09 May 2014 09:03 PM (IST)Updated: Fri, 09 May 2014 09:03 PM (IST)
माओवादियों ने खरीदे 33 लाख के हथियार

जमुई :माओवादियों ने 33 लाख का अत्याधुनिक हथियार और ग्रेनेड की खरीदारी की है। यह खरीदारी पूर्वोत्तर राज्य के मणिपुर अलगाववादी संगठन से होने की सूचना है। जानकारी के अनुसार संगठन ने 17 लाख का वजूका-आरएल नामक अत्याधुनिक हथियार मंगवाया है जो संगठन के बड़े नेताओं की सुरक्षा में लगाया जाएगा। जिसका परीक्षण के बाद बड़े पैमाने पर डिलीवरी का आर्डर दिया जाएगा। यह हथियार वर्मा के म्यांमार में बनाया जाता है। जो पूर्वोत्तर मणिपुर के पीएलए नाम की अलगाववादी संगठन को सप्लाई किया जाता है। माओवादियों के संबंध पूर्वोत्तर राज्य के अलगाववादी संगठन से है, इस बात का खुलासा इससे पहले चकाई में एसबीआइ लूटकांड के दौरान गिरफ्तार दो माओवादियों से बरामद हैंडसेट से हुई थी। दोनों ही हैंडसेट पर मेड इन चाइना लिखा हुआ पाया गया था। संगठन ने पीएलए से जमुई में संगठन के सदस्यों को ट्रेनिंग के लिए संपर्क भी किया है। पुलिस को मिली इनपुट के अनुसार माओवादी संगठन के शीर्ष नेता इन दिनों चकाई के जंगली इलाकों में हथियार की खरीदारी को लेकर बैठक भी कर रहे हैं। यहां बता दें कि संगठन के सेन्ट्रल कमेटी ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि 2009 से 2013 तक पार्टी को काफी नुकसान हुआ था। सेन्ट्रल कमेटी के चार टाप लीडर रूपेश (बिहार), अम्बर (आन्ध्र प्रदेश), सुकांत (आन्ध्र प्रदेश) व जशपाल (पंजाब) पकड़े गए। इसलिए टाप लीडरों की सुरक्षा संगठन के लिए अहम हो गई है। सेन्ट्रल कमेटी ने निर्देश जारी किया है कि किसी भी कीमत पर संगठन का कोई भी बड़ा लीडर पकड़ा नहीं जाए। इसके लिए क्लोज प्रोटेक्शन टीम (सीपीटी) का गठन किया गया है। जो संगठन के बड़े नेताओं को घेरा बनाकर सुरक्षित रखेगा। इस दस्ते में अत्याधुनिक हथियार वजूका-आरएल का उपयोग किया जाएगा। इस हथियार सहित सुरक्षा घेरा मजबूत करने के लिए ट्रेनिंग देने की बात पीएलए से तय हुई है। एक बात और जो सामने आ रही है उसमें जेल में बंद बड़े लीडरों को छुड़ाने का भी निर्णय लिया गया है। फिलहाल जमुई जेल में सुनील हेम्ब्रम उर्फ बड़का सुनील, राकेश दास व अभय कोड़ा सहित आधा दर्जन से अधिक लीडर बंद है। सूत्रों की बात पर यकीन करें तो 12 नवम्बर 2012 में जिस तरह गिरीडीह जेल से कोर्ट लाते वक्त परवेज दा को छुड़ाया गया था उसी तर्ज पर संगठन हमला करने की योजना बना रहा है। इसके लिए एक साल पहले से कोर्ट और जेल की रेकी की जा रही है। कई बार पुलिस को भी जमुई में संगठन के बड़े सदस्य पिंटू दा का टावर लोकेशन मिला है।

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