जाति जनगणना में सुधार के लिए सबौर में अफरा तफरी
संवाद सहयोगी, भागलपुर : सामाजिक आर्थिक एवं जाति जनगणना के प्रारूप में व्यापक त्रुटि हुई है। घर-घर प्रकाशित प्रारूप वितरण के बाद उसमें त्रुटि देख पूरे प्रखंड की 90 प्रतिशत आबादी प्रभावित है। प्रशासन ने आपत्ति के लिए 18 जनवरी तक की समय सीमा तय कर दी है। सुबह होते ही प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में हजारों की संख्या में पीड़ित लोगों की भारी भीड़ जमा हो जाती है।
सुधार के लिए नहीं मिल रहा प्रपत्र
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त्रुटियों में सुधार के लिए आए बुजूर्ग सबौर सफियागढ़ी के मु. रकीब साह, चंदेरी के अशोक पासवान, रजंदीपुर के शिव मंडल एवं लोदीपुर के मु. कलीम ने कहा कि जाति जनगणना में प्रखंड प्रशासन की ओर से व्यापक धांधली की गई है। गरीबों को फार्म - बी व सी नहीं दिया जा रहा है। बुजुर्गो के लिए अलग टेबल नहीं बनाया गया है। ब्लाक में फार्म बेचने वाला मुंह मांगा पैसा मांग रहा है। फार्म जमा लेने के लिए अलग-अलग पंचायतों के लिए 14 टेबल बनाये गए हैं। लोगों की लंबी कतार लगी है जिसमें बच्चे, बूढ़े एवं महिलाएं भी शामिल है। स्थल पर विधि व्यवस्था के लिए पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति नहीं की गई है। अनियंत्रित भीड़ में बीच-बीच में भगदड़ मच रही है। जिस ओर प्रखंड सह अंचल प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है।
प्रपत्र में ऐसी गलतियां की गई है कि गरीबों को नौकरी, भूमि एवं वाहन दे दिया गया है और जो पूंजीपति है उन्हें भूमिहीन बना दिया गया है। एक पंचायत की गणना दूसरे पंचायतों में कर दी गई है।
'' फार्म की मांग जिला से की गई है, लेकिन अप्राप्त है। विधि व्यवस्था के लिए भी थाना को पत्र लिखा गया है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार से जो आपत्ति नहीं जमा कर पाए है उसके घर जाकर आपत्ति ली जाएगी। ''
सरस्वती कुमारी, बीडीओ, सबौर
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