प्रेमी-प्रेमिका ने जज से लगाई गुहार, जज ने कहा...जा जी ले अपनी जिंदगी
बेगूसराय जिले के कोर्ट परिसर में शादी की एक अनोखी बात देखने को मिली जब एक जज ने प्रेमी और प्रेमिका के प्यार को देखते हुए शादी करने का आदेश दिया उसके बाद प्रेमी को जमानत भी दे दी।
पटना [जेएनएन]। बेगूसराय जिले के कोर्ट परिसर स्थित मंदिर में एक अनोखी शादी हुई। जिस शादी में काले कोट पहने वकील और जज बाराती बने थे और पंंडित जी के मंत्रोच्चार के बीच एक प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की मांग में सिंदूर भरा और हमेशा के लिए अपनी पत्नी के रुप में उसे स्वीकर किया।
इस अनोखी शादी में खास बात यह रही कि शादी के बाद युवक को जज के सामने पेश किया गया इसके बाद उसे जमानत मिली और नव विवाहित जोड़े ने जज के पैर छूकर आशीर्वाद लिया और खुशी-खुशी अपना जीवन बिताने का वादा कर अपने घर चले गए।
घटना मंगलवार की है जिसमें उपरोक्त विवाह बेगूसराय के जिला एवं सत्र न्यायाधीश के ऐतिहासिक फैसले के बाद हुआ। जज ने युवती के अपहरण के मामले में एक युवक को जमानत देने के लिए बचाव पक्ष के वकील से कहा कि वे अपनी उपस्थिति में ही कोर्ट परिसर में प्रेमी-प्रेमिका की शादी करवाएं। इसके बाद ही युवक को जमानत दी जाएगी।
लड़की ने कहा- पति के साथ रहूंगी
तेघरा मेन रोड निवासी नित्यानंद शर्मा का पुत्र रोहित कुमार और उसी मुहल्ले के शिव कुमार की पुत्री प्रीति कुमारी के बीच चार वर्ष से प्रेम प्रसंग चल रहा था। अप्रैल माह में दोनों घर से भाग निकले थे।
लड़की ने कोर्ट में बयान दिया कि वह अपने पिता के साथ नहीं, बल्कि अपने पति रोहित के साथ रहना चाहती है। वहीं युवक ने भी न्यायालय में जमानत पत्र दाखिल कर कहा था कि वह प्रेमिका से शादी करना चाहता है।
उसके बाद जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने युवक व युवती दोनों के परिजनों को कोर्ट में हाजिर रहने को कहा।
जज के आदेश के बाद बचाव पक्ष के वकील ललन महतो ने तत्काल पंडित बुलाकर कोर्ट परिसर स्थित हनुमान मंदिर में प्रेमी युगल की शादी करवा दी। शादी के बाद कोर्ट ने युवक को जमानत दे दी और शादी के बंधन में बंधकर एक हुए पति-पत्नी खुशी-खुशी अपने घर को लौट गए।