इफ्तार सामाजिक सौहार्द का प्रतीक
नगर की मुख्य पार्षद गीता कुशवाहा ने रमजान के मौके पर रोजेदारों के लिए दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया।
बेगूसराय। नगर की मुख्य पार्षद गीता कुशवाहा ने रमजान के मौके पर रोजेदारों के लिए दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया। नगर के वार्ड छह के गीता नगर में आयोजित उक्त दावत में रोजेदारों के साथ बड़ी संख्या में शहर के सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भी शिरकत की। मौके पर रोजेदारों का खैरमखदम करते हुए मुख्य पार्षद ने कहा, इफ्तार आपसी भाईचारे तथा सामाजिक सौहार्द को बढाता है। रमजान रहमत और मगफिरत का महीना है। इसमें इफ्तार का अपना खास महत्व है। इसके आयोजन से उन्हें आत्मीय सुख और शांति मिलती है। कहा, इफ्तार समाज के विभिन्न लोगों, तबकों को एक साथ मिलकर बैठने और रोजा खोलने का मौका देता है। जिससे लोगों में प्रेम और सदभाव में वृद्धि होती है। मौके पर नगर के कार्यपालक पदाधिकारी अर¨वद पासवान ने कहा, रोजा में सबसे अधिक खुशी इफ्तार के समय मिलती है, जब दिनभर के भूखे प्यासे लोगों को अजान की सदा के बुलंद होने का इंतजार होता है। इफ्तार पार्टी में उप मुख्य पार्षद दिनेश पाठक, पूर्व मुखिया और जदयू नेता रामशरण राय, अल्पसंख्यक सेल के पार्टी नेता पूर्व मुखिया अब्दुल हलीम, ओवैस खान, मो. हदीस, कमलेश कंचन, विष्णुदेव मालाकार, पार्षद सिधेश आर्य, प्रवीण कुमार, पूर्व मुखिया सुरेंद्र कुमार राय, मो. बलाल आदि मौजूद थे। दावत का आयोजन एवं देखरेख सामाजिक कार्यकर्ता राम प्रवेश महतो की ओर से किया गया।
ईद के मौके से गरीबों में बांटे कपड़े
बखरी (बेगूसराय) : मुख्य पार्षद गीता कुशवाहा ने शनिवार को गरीब मुस्लिम परिवारों के बीच कपड़ों आदि का वितरण किया। इस संबंध में मुख्य पार्षद गीता कुशवाहा ने कहा, ऐसा करने से उन्हें दिली खुशी होती है। ईद मुस्लिम भाईयों का सबसे बड़ा पर्व है। इसमें सबके लिए नए कपड़े जरूरी माने जाते हैं। परंतु, महंगाई के इस दौर में अधिकांश गरीब परिवारों में सब कुछ ठीक नहीं रहता है। इसलिए ऐसे परिवार भी खुशी-खुशी ईद मनाएं, इसी दुआ के साथ इस तरह का आयोजन किया जाता है।