..यात्रा को यादगार बनाने घर से निकल पड़े
बेगूसराय : बेगूसराय और मुंगेर के बीच बने नवनिर्मित पुल पर पहली बार डीएमयू के परिचालन को
बेगूसराय : बेगूसराय और मुंगेर के बीच बने नवनिर्मित पुल पर पहली बार डीएमयू के परिचालन को लेकर कई जिले के लोगों में हर्ष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि यह पुल बिहार के लिए लाइफ लाइन साबित होगी। उनका कहना है कि पुल का सड़क मार्ग चालू हो जाने से लोगों को उत्तर बिहार से दक्षिण बिहार में जुड़़ने में सहुलियत होगी।
1. पनहांस के मुकेश कुमार ने बताया कि उन्हें सोमवार को कई जरूरी काम थे। इसके बावजूद उन्होंने इस पहली यात्रा का गवाह बनने के लिए काम को छोड़कर मुंगेर की यात्रा की। उन्होंने बताया कि ट्रेन के परिचालन से दोनों जिले के संबंध में प्रगाढ़ता आएगी।
2. पनहांस के ही प्रकाश शर्मा ने बताया कि इस इतिहास का गवाह बनना अपने में एक गर्व की बात है। हर कोई इस ट्रेन की पहली यात्रा को अपने आंखों में संजोने की चाहत रखता है। लेकिन आज वे ट्रेन पर सवार होकर सपने को पूरा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि ट्रेन की पहली यात्रा कर वे खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
3. मुंगेर के राहुल कुमार ¨सह ने कहा कि करीब एक दशक से वे लगातार बेगूसराय आ-जा रहे हैं। मुंगेर से बेगूसराय आने के लिए उन्हें करीब एक व्यक्ति पर सौ रुपये खर्च करने पड़ते थे। लेकिन इस ट्रेन के परिचालन शुरू होने के बाद मात्र 15 रुपये में मुंगेर से बेगूसराय आ सकेंगे।
4. भर्रा गांव के साहेब शर्मा ने बताया कि मुंगेर कमीश्नरी में उन्हें बराबर काम लगा रहता है। इस कारण लगातार मुंगेर आना-जाना पड़ता है। मुंगेर आने-जाने में काफी परेशानी होती थी। ट्रेन के परिचालन के बाद आर्थिक व समय दोनों की बचत होगी।
5. कमरूद्दीनपुर के अमित कुमार ने बताया कि इस ट्रेन के परिचालन के बाद दोनों जिले के लोगों में संबंध बढ़ जाएंगे। रिश्ते मजबूत होंगे। उन्होंने बताया कि मुंगेर के साथ-साथ बांका और भागलपुर जाने में भी सहुलियत होगी।
6. डुमरी की सीमा पासवान ने बताया कि महिलाओं को खासकर बेगूसराय से मुंगेर जाने में काफी परेशानी होती थी। स्टीमर संचालक व कर्मी महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार करते थे। इस कारण अकेले महिलाएं स्टीमर से सफर नहीं कर पाती थी।
7. डुमरी के राजेन्द्र साह ने बताया कि वर्ष 1972 में मुंगेर से कटकर बेगूसराय जिला बना था। जिला कटने के बाद दोनों जिले में रिश्तेदारी कम हो गई। रिश्तेदारी कम होनी की वजह थी सही परिचालन व्यवस्था का न होना। अब ट्रेन के परिचालन के बाद दोनों जिले के रिश्ते मजबूत होंगे।
8. ¨सघौल के मो. रियासत ने बताया कि मुंगेर में कई घूमनेवाले जगह हैं। परिचालन शुरू होने के बाद लोगों को घूमने के लिए भी मुंगेर जाने में सहुलियत होगी। उन्होंने बताया कि परिचालन के शुरूआत के बाद कमीश्नरी जाने के लिए लोगों को आसानी होगी। उन्होंने बताया कि पुराने लोगों का सपना सोमवार को साकार हो गया।