शौचमुक्त पंचायत के लिए जागरूकता फैलाएं जनप्रतिनिधि : डीएम
बेगूसराय : स्वच्छता न सिर्फ शहर बल्कि गांव के लिए भी आवश्यक है। जिसे त्रिस्तरीय पंचायत राज के
बेगूसराय : स्वच्छता न सिर्फ शहर बल्कि गांव के लिए भी आवश्यक है। जिसे त्रिस्तरीय पंचायत राज के प्रतिनिधियों के सहयोग से सफल किया जा सकता है। उक्त बातें सोमवार को समाहरणालय स्थित कारगिल विजय भवन में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत अधिकारी एवं गंगा एक्शन प्लान में शामिल जिले के बीस पंचायतों के मुखिया एवं सरपंच की बैठक को संबोधित करते हुए डीएम मो. नौशाद युसूफ ने कहीं। डीएम ने 15 अगस्त तक गंगा एक्शन प्लान में शामिल 20 पंचायतों को शौचमुक्त करने की अपील मुखिया एवं सरपंच से की। उन्होंने कहा कि खुले में शौच लोगों के अस्वस्थ होने का एक बड़ा कारण है। डीएम ने कहा कि खुले में लोगों द्वारा त्याग किया हुआ मल किसी न किसी रूप में भोजन के साथ मिलकर मनुष्य के शरीर में चला जाता है। परंतु आमलोग इस बात को जानते-समझते नहीं हैं। जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी अधिकांश लोग खुले में शौच करते हैं। डीएम ने बैठक में उपस्थित मुखिया एवं सरपंच से अपने सोच में बदलाव लाने को कहा। साथ ही खुले में शौचमुक्त पंचायत बनाने के लिए पंचायत के आमलोगों को जागरूक करने करने की अपील भी मुखिया एवं सरपंच से की। डीएम ने कहा कि जब तक आमलोग जागरूक नहीं होंगे, तब तक सरकार के अभियान को सफल नहीं बनाया जा सकता है। बैठक में डीएम ने खुले में शौचमुक्त पंचायत को ले सरकारी प्रावधानों की जानकारी भी दी। उन्होंने शौचालय निर्माण के लिए लाभुकों को मिलने वाले अनुदान की जानकारी भी दी। बैठक में डीएम ने उपस्थित मुखिया एवं सरपंच से भी शौचमुक्त पंचायत बनाने से संबंधित राय मांगी। इस दौरान कुछ मुखिया एवं सरपंच ने गरीबों का नाम शौचालय निर्माण की सूची में शामिल नहीं होने की बात कही। इसको ले डीएम ने पुन: सर्वे कराने का आश्वासन दिया। बैठक में डीडीसी कंचन कपूर, पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता एम नसीर, डीआरडीए निदेशक, सभी एसडीओ, गंगा एक्शन प्लान से संबंधित पंचायतों के मुखिया, सरपंच सहित विभिन्न प्रखंडों के प्रकल्पक के समन्वयक आदि भी मौजूद थे। बताते चलें कि गंगा एक्शन प्लान के तहत जिला के 20 पंचायतों के 43 गांव को शौचमुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसी को ले संबंधित पंचायत के मुखिया एवं सरपंच को भी बैठक में आमंत्रित किया गया था।