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कागज पर बंट रहा एमडीएम, कई विद्यालयों में ताला बंद

बेगूसराय। प्रखंड के नियोजित शिक्षक विगत 21 अप्रैल से विद्यालयों में ताला बंद कर हड़ताल पर चले

By JagranEdited By: Published: Sun, 30 Apr 2017 03:08 AM (IST)Updated: Sun, 30 Apr 2017 03:08 AM (IST)
कागज पर बंट रहा एमडीएम, कई विद्यालयों में ताला बंद
कागज पर बंट रहा एमडीएम, कई विद्यालयों में ताला बंद

बेगूसराय। प्रखंड के नियोजित शिक्षक विगत 21 अप्रैल से विद्यालयों में ताला बंद कर हड़ताल पर चले गए हैं। हड़ताल का प्रखंड में व्यापक असर देखा जा रहा है। लेकिन कागज पर एवं अधिकारियों को स्कूल खुला रखने का गलत रिपोर्ट दे विद्यालय बंद रखे जाने एवं मध्याह्न भोजन की राशि गबन करने का मामला प्रकाश में आया है। शनिवार को प्रखंड के विभिन्न विद्यालय के भ्रमण के बाद कई तरह की गड़बड़ियां सामने आई। कई स्कूल कागज पर ही खुल कर छात्रों को एमडीएम दिया जा रहा था। हकीकत में स्कूल में ताला लगा था। कहीं गुरुजी का एडवांस हाजिरी बना था तो कहीं छात्रों का। कुछ स्कूलों की स्थिति और हड़ताल के आड़ में गुरुजी का कारनामा आप भी देखिऐ।

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सुबह आठ बजे बंद था मध्य विद्यालय बरदाहा

दिन के आठ बजे उत्क्रमित मध्य विद्यालय उत्क्रमित मध्य विद्यालय बरदाहा तालाबंद था। वहां मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि एक सप्ताह से मध्याह्न भोजन बंद है। स्कूल भी 21 अप्रैल से ही बंद है। जबकि बीआसी व विभाग की वेबसाइट पर बिना नागा आज तक छात्रों को एमडीएम दिया जा रहा है। उ. म. वि. काली मंदिर डीह अमारी में दिन के नौ बजे सभी कमरे में तालाबंद थे। एमडीएम भी बंद था। कार्यालय में मात्र एक शिक्षक मौजूद थे। पूछने पर बताया कि हड़ताल के कारण छात्र नहीं आ रहे हैं। मौजूद दो छात्र सौरभ व मोती ने बताया कि आठ दिन से छात्रों को मध्याह्न भोजन नहीं दिया जा रहा है। जबकि विभाग के रजिस्टर व वेबसाइट के अनुसार बन रहा था। नवसृजित प्राथमिक विद्यालय डीह टोल सिहमा में तो गजब की गड़बड़ी दिखी। विद्यालय में दो शिक्षक मौजूद थे। वहीं 34 छात्रों का बस्ता तो रखा था लेकिन छात्र एक भी नहीं थे। उपस्थित शिक्षक ने बताया कि कई बार कहने के बावजूद भी हेडमास्टर साहब अभी तक हमलोग को चार्ज नहीं दिए हैं। इसकी सूचना बीआरसी में भी हम लोग दे चुके हैं। बताया कि हड़ताल घोषित होने के बाद से एक दिन भी मध्याह्न भोजन नहीं बना है। अगर रजिस्टर में बन रहा है तो इसकी जवाबदेही प्रधानाध्यापक की होगी। ्

वहीं उत्क्रमित मध्य विद्यालय बाजितपुर में मात्र एक नियमित शिक्षक शंकर पासवान मौजूद थे। अन्य टीईटी एवं नियमित शिक्षक प्रधानाध्यापक समेत गायब थे। 10:00 बजे दिन में मात्र 14 बच्चे मौजूद थे। मध्य विद्यालय पूलपथार में एकमात्र शिक्षक रामचंद्र राम मौजूद थे। विद्यालयों के सभी कमरे एवं एमडीएम बनाने वाला रूम में ताला बंद था। छात्र का तो अता पता ही नहीं था। वहीं उत्क्रमित हाई स्कूल गौडी़डीह में भी दिन के 11:00 बजे ताला बंद था। इन सभी स्कूलों के अगल-बगल के लोगों से पूछने पर ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय आठ दिन से खुला कहां है जो बंद होगा। दूसरी तरफ बीआरसी में मौजूद एमडीएम रजिस्टर एवं शिक्षा विभाग के वेबसाइट पर इन सभी विद्यालयों में लगातार भोजन चल रहा ह

कहते हैं अधिकारी

प्रखंड एमडीएम प्रभारी विक्रम कुमार ने इस संबंध में बताया कि आप से ही तरह की जानकारी मिली है। जिस पर संज्ञान ले निरिक्षण किया। कई स्कूलों में व्यापक गड़बड़ी पकड़ी गई है। जांच कर दोषियों पर कार्रवाई होगी। सरकारी राशि संबंधित प्रधानाध्यापक से वसूल की जाएगी।


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