काम पर नहीं गए मजदूर, थर्मल में छाई विरानी
सरोज, संवाद सूत्र, बीहट: बरौनी थर्मल न्यू एक्सटेंशन प्रोजेक्ट के भेल कार्यालय एवं मुख्यद्वार स्थि
सरोज, संवाद सूत्र, बीहट:
बरौनी थर्मल न्यू एक्सटेंशन प्रोजेक्ट के भेल कार्यालय एवं मुख्यद्वार स्थित सीआइएसएफ के कंट्रोल रूम पर बुधवार को मजदूरों द्वारा पथराव एवं तोड़फोड़ की घटना से थर्मल प्रबंधन सकते में है। इधर, भेल प्रबंधक जावेद अख्तर ने चकिया ओपी में एक मामला दर्ज कराया है। जिसमें गोल्डेन एवं हर्वी कंपनी सहित अन्य कंपनियों के मजदूरों द्वारा भेल कार्यालय, वाहनों, हाइड्रा मिक्सर, सिक्योरिटी गेट काम्पलेक्स को क्षतिग्रस्त करने की बात कही गई है। इस मामले में 21 लोगों को नामजद किया गया है। जबकि तीन सौ अज्ञात लोगों के विरुद्ध भी मामला दर्ज किया गया है। नामजद आरोपियों में भाकपा नेता प्रह्लाद सिंह समेत आजाद कुमार भारती, सुभाष चौधरी, विको राय आदि शामिल हैं।
इधर, गुरुवार को बरौनी थर्मल विस्तारीकरण साइड पर कामकाज ठप रहा। मजदूर काम पर नहीं गये। जो मजदूर काम पर जाना चाहते थे उन्हें अन्य मजदूरों द्वारा रोक दिया गया। जिससे विस्तारीकरण गेट पर सन्नाटा पसरा रहा। मुख्य द्वार पर सीआइएसएफ के जवान मौजूद थे। सीआइएसएफ के इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह सरदार ने बताया कि बुधवार को मजदूरों पर सीआइएसएफ जवान द्वारा कोई लाठी चार्ज नहीं किया गया था। मजदूरों के द्वारा ही तोड़फोड़ की गयी थी। वहीं पत्थरबाजी के क्रम में करीब आधे दर्जन जवानों को चोट लगी है। कहा, मजदूरों द्वारा सीआइएसएफ जवानों पर झूठे आरोप लगाए गए हैं। तोड़फोड़ की घटना में लाखों रुपये की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है।
वहीं बरौनी थर्मल के महाप्रबंधक डा. एके श्रीवास्तव ने बताया कि कुछ नेताओं द्वारा मजदूरों को भड़काया जा रहा है। आज भी कई मजदूरों को काम पर आने से रोका गया। प्रबंधन इसकी रिपोर्ट जिला प्रशासन एवं विद्युत बोर्ड कार्यालय पटना को भेज दी है। उन्होंने मजदूरों से संयम बरतने की अपील की है।
वहीं बरौनी थर्मल कर्मचारी यूनियन के नेता प्रहलाद सिंह ने कहा कि मजदूरों की लड़ाई को थर्मल प्रबंधन कमजोर करने की कोशिश कर रही है। सारे आरोप बेबुनियाद है। प्रबंधन शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की साजिश रच रही है।