मनरेगा: पंचायत प्रतिनिधियों ने काटी मलाई
नगर संवाददाता, बेगूसराय :
जिला में मनरेगा की राशि का दुरुपयोग पंचायत के जनप्रतिनिधि व कर्मी द्वारा किया जा रहा है। इसका खुलासा जन शिकायत पदाधिकारी कैलाश प्रसाद चौरसिया की जांच से हुआ है। दरअसल मामले को ले सदर प्रखंड के सूजा पंचायत के सुरेश तांती ने डीएम के यहां शिकायत की थी। की गई शिकायत के आलोक में डीएम ने जन शिकायत पदाधिकारी श्री चौरसिया को जांच का आदेश दिए थे। जांच के दौरान जांच पदाधिकारी ने मामले को सही पाया। जांच प्रतिवेदन में जांच पदाधिकारी श्री चौरसिया ने कहा है कि पंचायत में मनरेगा योजना में मजदूरी नहीं करने वाले, धनी, वार्ड सदस्यों व उनके परिजनों को मनरेगा राशि का भुगतान किया गया है। अपने प्रतिवेदन में जांच पदाधिकारी ने कहा है कि पंचायत के मुखिया व पंचायत रोजगार सेवक द्वारा वार्ड सदस्यों का मुंह बंद करने की नियत से ऐसा किया गया है। जांच रिपोर्ट की माने तो मनरेगा में बिना कार्य किए ही पंचायत के वार्ड संख्या-17 की मीना देवी को 3 हजार 6 सौ 49 रुपए, वार्ड संख्या-18 के वार्ड सदस्य ललिता देवी को 2 हजार 1 सौ 36 रुपए, वार्ड संख्या-6 के वार्ड सदस्य के भाई कमलेश्वरी शर्मा को 3 हजार 27 रुपए, वार्ड संख्या-13 के वार्ड सदस्य शीला देवी को 4 हजार 3 सौ 40 रुपए, पंचायत के जन वितरण प्रणाली दुकान के विक्रेता अजीत कुमार साह को 1 हजार 6 सौ 1 रुपए, वार्ड संख्या-12 के वार्ड सदस्या के पति राम विलास शर्मा को 1 हजार 3 सौ 37 रुपए, वार्ड संख्या-3 के वार्ड सदस्य अशोक शर्मा को 1 हजार 2 सौ 46 रुपए, वार्ड संख्या-4 के वार्ड सदस्य अरविन्द ठाकुर को 20 हजार 4 सौ 86 रुपए तथा वार्ड संख्या-10 के वार्ड सदस्य जगतारण देवी को 2 हजार 1 सौ रुपए का भुगतान किया गया है। जांच पदाधिकारी ने कहा है कि वार्ड सदस्या मीना देवी के पति सीआरपीएफ के जवान हैं। वे धनी हैं तथा उनकी पत्नी मजदूरी नहीं करती है। इसी तरह वार्ड संख्या-12 के वार्ड सदस्या के पति गांव में रहते ही नहीं हैं। राशि प्राप्त करने वाले अन्य लोगों के संबंध में जांच पदाधिकारी ने स्पष्ट रुप से कहा है कि उपरोक्त व्यक्तियों में से कोई भी मजदूरी करने वाले नहीं हैं। बावजूद इसके बिना कार्य कराए मुखिया एवं पंचायत रोजगार सेवक द्वारा उनलोगों को मनरेगा राशि का भुगतान किया गया है।
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