10 पैक्सों से 2688 ¨क्वटल धान गायब
बांका। काफी मशक्कत के बाद इस बार विभिन्न पैक्सों द्वारा 42 हजार 765 हजार मिट्रिक टन धान की खरीद की गई थी।
बांका। काफी मशक्कत के बाद इस बार विभिन्न पैक्सों द्वारा 42 हजार 765 हजार मिट्रिक टन धान की खरीद की गई थी। इसमें भी गड़बड़ी हुई है। इसका खुलासा जिलास्तरीय जांच टीम से हुआ है। जांच के क्रम में दस पैक्सों से लगभग 2688 ¨क्वटल से अधिक धान गायब पाए गए। आनन फानन में सभी पैक्स अध्यक्षों से प्रथम चरण में स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसके बाद राशि रिकवरी से लेकर नीलाम पत्र दायर की कार्रवाई की जाएगी। इससे पैक्स अध्यक्षों में हड़कंप मच गया है।
ज्ञात हो कि विगत 30 मार्च तक जिले में धान खरीद की गई थी। जिसमें 42 हजार 765 हजार मिट्रिक टन धान खरीद का आकड़ा सहकारिता विभाग ने डीएम के समक्ष प्रस्तुत किया था। यह बता दें कि पिछले साल 85 हजार मिट्रिक टन धान खरीद के लक्ष्य के विरुद्ध 63 हजार मिट्रिक टन धान की खरीद की गई थी। धान खरीद के बाद डीएम डॉ. निलेश देवरे ने इसकी जांच के लिए जिलास्तरीय टीम गठित की थी। टीम में कई वरीय समाहर्ता को शामिल किया गया था। टीम ने जब जांच शुरू की तो शंभूगंज, बौंसी, रजौन एवं धोरैया प्रखंड के पैक्सों में धान गायब मिले। इधर, धान अधिप्राप्ति के एक माह भी नहीं हुआ और धान गायब होना शुरू हो गया। इससे लग रहा है कि कुछ पैक्सों ने कागजी खेल शुरू कर दिया है। कुछ लोगों ने बताया कि अगर सही रूप से जांच हो तो धान खरीद में और भी गड़बड़ी मिल सकती है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार सबसे अधिक चिलकावर पैक्स से धान गायब मिला है। यहां एक हजार ¨क्वटल से अधिक धान गायब मिले। दूसरे नंबर पर सांपडहर एवं तीसरे नंबर पर सैनचक पैक्स रहा है।
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किस पैक्स में कितने ¨क्वटल धान मिले गायब
पैक्स के नाम गायब धान ¨क्वटल में
भेलाय जगतपुर 288
सैनचक 364
कुसुम जोरी 412
चलना 160
चिलकावर 1008
डहुआ 1000
सांप डहर 385
तिलकपुर 80
मिर्जापुर 06
कसबा 09
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कोट
सभी दस पैक्स अध्यक्षों को नोटिस दिया गया है। शीघ्र ही धान जमा नहीं करने पर राशि वसूली से लेकर नीलाम पत्र दायर की कार्रवाई की जाएगी।
सुशील कुमार, जिला प्रबंधक, एसएफसी बांका