अगलगी से केहनीचक में दशहत
बांका। क्षेत्र के केहनीचक गांव में एक घर में अगलगी की घटना से ग्रामीण सहित परिजन में भय व दहशत व्याप्त है।
बांका। क्षेत्र के केहनीचक गांव में एक घर में अगलगी की घटना से ग्रामीण सहित परिजन में भय व दहशत व्याप्त है। हिमांशु कुमार ने बताया कि घर में रखे वस्त्र में स्वयं अगलगी व कपडे़ फटने जैसी घटनाएं हो रही है। यह घटना पिछले चार दिनों से हो रही है। परिजन की स्थिति यह हो गई है कि मात्र शरीर में वस्त्र बचा है। हिमांशु के अलावा मां उषा देवी, बहन मंजू देवी, रंजू देवी बताते हैं कि रात में सोने के बाद स्वत: बिस्तर में आग पकड़ लेता है। बक्से व आलमीरा में रखे नए वस्त्र अपने आप फट रहा है। ग्रामीण अरुण कुमार, उपेन्द्र मंडल, छविनाथ मंडल, राधे ठाकुर, फूलो देवी सहित अन्य ने बताया कि गांव में पहली बार ऐसी घटना घट रही है। ग्रामीण अंधविश्वास में जीने लगे हैं। कोई भूत तो कोई देवी का प्रकोप मान रहे हैं। गृहस्वामी हिमांशु के बहनोई आलोक रंजन के सुलतानगंज प्रखंड स्थित कटहरा गांव में भी यही स्थिति है। बताया कि तांत्रिक से झाड़ फूंक कराने के बाद कुछ दिन तक यह सिलसिला थम गया, लेकिन अन्दर फिर शुरू हो गया।