धनकुंड ओपी थाना में परिणत
बांका। गृह विभाग के जारी अधिसूचना के बाद धनकुंड ओपी को थाना का दर्जा मिल गया है।
बांका। गृह विभाग के जारी अधिसूचना के बाद धनकुंड ओपी को थाना का दर्जा मिल गया है। अब यहां प्राथमिकी दर्ज से लेकर सारी सुविधाएं होगी। ज्ञात हो कि वर्षो पहले यह क्षेत्र अपराधियों की शरण स्थली थी। जिससे आस-पास गांव के लोग काफी भयभीत रहते थे। ऐसे में लोगों को सुरक्षा की दृष्टिकोण से 2003 में ओपी की स्थापना की गयी थी।
13 साल बाद इसे थाना का दर्जा मिला है। धनकुंड ओपी शिव मंदिर के धर्मशाला में चल रहा है। ऐसे में यहां कार्यरत पुलिस जवानों को भवन के अभाव में काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है। यहां थानाध्यक्ष के बैठने की कोई व्यवस्था नहीं रहने से शिव मंदिर के मुख्य गेट के उपर एक कमरे में कार्यालय का काम लिया जाता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि जब से यहां पुलिस कैम्प की स्थापना हुई है। तबसे यहां के लोग काफी सुरक्षित है। लेकिन थाना का दर्जा प्राप्त होते ही अब भवन बनने का भी मार्ग प्रशस्त हो गया है। इस संदर्भ में पूर्व सांसद सह रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी ने बताया कि जब वे इस क्षेत्र में पहली बार विधायक बने थे तो लोगों की मांग पर उनके अथक प्रयास से धनकुंड ओपी की स्थापना करायी गयी थी। तत्कालीन डीआईजी पीके राय सहित दोनों ही जिले बांका और भागलपुर के डीएम, एसपी आये थे। इसके बाद विधायक कोष से ओपी भवन एवं हाजत का निर्माण कराया गया था। पूर्व सांसद की मानें तो धनकुंड सहित धोरैया क्षेत्र के भी लोग अपराधी से त्रस्त थे। यहां बाहर से भी अपराधी पहुंचकर घटना को अंजाम देते थे। जिससे क्षेत्र के लोग अपराध से भयभीत रहते थे। लेकिन ओपी की स्थापना के बाद अपराध पर अंकुश लगा है।
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धनकुंड ओपी को थाना का दर्जा मिला है। भवन सहित अन्य का निर्माण होगा।
राजीव रंजन, एसपी बांका।