रातोरात घाटों से ढोया जा रहा बालू
बांका। लाख प्रशासनिक दावे के बावजूद अवैध बालू उठाव पर रत्ती भर सख्ती नहीं दिख रही है। जि
बांका। लाख प्रशासनिक दावे के बावजूद अवैध बालू उठाव पर रत्ती भर सख्ती नहीं दिख रही है। जिसका सबूत रात में बेधड़क ट्रैक्टर से ढोई जा रही बालू व सड़क की पस्त हालत दे देगी। अवैध बालू का कारोबार कई घाटों पर चल रहा है। बालू उठाकर भवन निर्माण में तो कई वाहन बाहर के जिलों में भेजा जा रहा है। परंतु ताजा मामला वार्ड नंबर छह व सात के बीच गली की है। सोमवार देर रात से गली में जगह-जगह पर ट्रैक्टर से लाकर बालू का ढेर लगा दिया गया है। बालू माफियाओं ने घर के दरवाजे तक पर बालू रख दिया। नतीजतन, सुबह उठते ही घर के दरवाजे पर लोगों को बालू नजर आया। जबकि मोहल्लेवासियों को बालू की वजह से दस कदम चलना मुश्किल हो गया। हार कर स्थानीय लोगों ने दूसरे रास्ते का चयन कर आवागमन आरंभ किया। माफिया की हिम्मत की दाद देनी होगी। तकरीबन चार दर्जन ट्रैक्टर बालू रात के अंधेरे में रख दिया गया। जबकि सारा ट्रैक्टर डीएम आवास होकर गुजरा था। परंतु इसके रोकथाम के लिए पुलिस अधिकारी के अलावा प्रशासनिक अधिकारी सामने नहीं आए। नतीजतन, मोहल्लेवालों को चलने में परेशानी हो गई। सूत्र की मानें तो गली में सड़क का निर्माण होने वाला है। लिहाजा संवेदक बालू माफिया के सहयोग से बिना चालान बालू उठवा रहे हैं। ताकि सड़क पर बालू बिछा कर काम को कम लागत में निपटा लिया जाए। जानकारी के मुताबिक यह बालू तारा मंदिर समीप बहने वाली ओढ़नी नदी से रातोंरात ढोयी गयी है।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
स्थानीय निवासी सावन कुमार ¨सह ने कहा कि देर रात से पांच बजे सुबह तक ट्रैक्टर से गली में बालू उतारा गया है। जिसकी वजह से रात की नींद खराब हो गई। प्रशासन को इसकी जानकारी देना चाहा, परंतु पहल की उम्मीद नहीं होने से मुंह बंद रखा। नितेश कुमार सिन्हा ने कहा कि आखिरकार बालू आया कहां से जबकि सभी जगह बालू उठाव पर रोक लगा दी गई है। प्रकाश ¨सह, नंदीश मिश्रा, रवि ¨सह सहित अन्य लोगों ने परेशानी के लिए प्रशासन को दोषी ठहराया व संबंधित दोषी पर ठोस कार्रवाई की मांग की।