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इस बार भी इनारावरण में चालू नहीं हो सका कांवरिया पथ

बांका। इस वर्ष भी इनारावरण में कांवरिया को पक्की सड़क से ही गुजरना पड़ेगा। कच्चा कांवर पथ यहां आठ साल

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Jun 2017 01:00 AM (IST)Updated: Thu, 29 Jun 2017 01:00 AM (IST)
इस बार भी इनारावरण में चालू नहीं हो सका कांवरिया पथ
इस बार भी इनारावरण में चालू नहीं हो सका कांवरिया पथ

बांका। इस वर्ष भी इनारावरण में कांवरिया को पक्की सड़क से ही गुजरना पड़ेगा। कच्चा कांवर पथ यहां आठ साल बाद भी अधूरा है। कांवरिया की सुविधा के लिए सरकार ने पक्की सड़क से पूरी तरह बचाने के लिए नया कच्चा कांवरिया पथ का निर्माण किया है। इसके लिए कई जगह सड़कों पर पुलिया भी बनाया गया है। जिसके नीचे से कांवरिया पार होते हैं, लेकिन इतने साल के बावजूद सुल्तानगंज से दुम्मा बॉर्डर तक सिर्फ इनारावरण ही एक ऐसी जगह है जहां नया कांवरिया पथ चालू नहीं है। जिससे कांवरिया को पक्की सड़क से ही गुजारना पड़ता है। लगभग दो किलोमीटर के इस पक्की सड़क से कांवरिया को बराबर हादसे का शिकार होने से भी बचना पड़ता है। माना जाता है कि इनारावरण में कांवरिया के नए पथ को कुछ स्थानीय दुकानदार, धर्मशाला के संचालक और कुछ स्थानीय छुटभैये नेताओं के इशारे पर चालू नहीं किया गया है। कांवरिया के लिए पक्की सड़क के किनारे बांस बल्ला लगा कर पार कराया जाता है। पिछले वर्ष भी जिलाधिकारी ने कांवरिया के लिए नए पथ को चालू करने का आश्वासन दिया था। लेकिन इस वर्ष भी भी नया पथ चालू नहीं किया गया।


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