अब डेली रेजिनेंट सिस्टम से होगा यक्ष्मा का इलाज
बांका। यक्ष्मा दिवस पर शुक्रवार को जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. जितेन्द्र प्रसाद के नेतृत्व में कस्
बांका। यक्ष्मा दिवस पर शुक्रवार को जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. जितेन्द्र प्रसाद के नेतृत्व में कस्तूरबा कन्या विद्यालय की छात्राओं ने शहर में प्रभातफेरी निकाल कर लोगों को जागरूक किया। वहीं अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार मिश्रा ने यक्ष्मा जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जागरूकता रथ के माध्यम से जिला भर में तीन दिनों तक लोगों को यक्ष्मा रोग से बचाव व इसके इलाज की जानकारी दी जायेगी। इस दौरान सदर अस्पताल सभागार में सेमिनार सह जागरूकता कार्यशाला भी आयोजित की गयी। जहां जिला के तमाम सरकारी व गैर सरकारी चिकित्सकों को यक्ष्मा बीमारी के इलाज का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला में मुख्य रूप से सरकारी अस्पतालों के साथ ही निजी क्लीनिकों में भी आने वाले यक्ष्मा मरीजों का उपचार निश्शुल्क किए जाने पर चर्चा करते हुए इसके अंतर को मिटाने पर बल दिया गया। मौके पर जिला संचारी रोग पदाधिकारी ने कहा कि अब निजी क्लीनिकों में भी कोई यक्ष्मा पीड़ित मरीज पहुंचता है, तो उसे भी निश्शुल्क सरकारी दवा उपलब्ध कराई जाएगी। अब डेली रेजिनेंट सिस्टम के तहत यक्ष्मा का इलाज किया जायेगा। इसमें मरीज के वजन के आधार पर चिकित्सा की जाएगी। उन्होंने बताया कि नये तकनीक से इलाज काफी आसान हो गया है। हर स्तर पर लोगों को जागरूक कर जिला को यक्ष्मा मुक्त बनाना ही विभाग का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने यह भी बताया कि सदर अस्पताल के साथ अनुमंडल अस्पताल अवस्थित यक्ष्मा विभाग में भी मरीजों का निशुल्क जांच किया जा रहा है। आने वाले समय में जल्द ही बांका यक्ष्मा मुक्त जिला बनेगा। मौके पर यक्ष्मा विभाग के पर्यवेक्षक गणेश झा, प्रयोगशाला पर्यवेक्षक संजय कुमार ¨सह, अनुज कुमार, निरंजन कुमार व विजय कुमार आदि उपस्थित थे।