12 साल बाद फिर जला शंभूगंज थाना
बांका। जमीन विवाद में मारे गये कर्णपुर गांव निवासी धीरेन्द्र मंडल हत्याकांड के बाद 12 साल पुरानी याद
बांका। जमीन विवाद में मारे गये कर्णपुर गांव निवासी धीरेन्द्र मंडल हत्याकांड के बाद 12 साल पुरानी याद ताजा हो गई है। लगभग 12 साल पूर्व भी भीड़ ने थाना को जला दिया था। तत्कालीन एसपी केएम लाल के समय कुख्यात शिवा यादव की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई थी। इसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया था। तत्कालीन थानाध्यक्ष डीके ¨सहा थे। एक प्रमुख भी उक्त कांड में आरोपी बनाये गये थे। बाद में उक्त प्रमुख का नाम हटाया गया था। उस समय भी भीड़ ने थाना को आग के हवाले कर दिया था।
इधर, पुलिस जीप जलाने सहित अन्य मामले के बाद एसपी राजीव रंजन घटनास्थल कर्णपुर गांव पहुंचे। उन्होंने मृतक के परिजनों से पूछताछ की। साथ में एसडीपीओ शशिशंकर कुमार सहित अन्य थे। एसपी ने बताया कि दोषी पुलिस पदाधिकारियों पर कार्रवाई होगी। ज्ञात हो कि थाना पर हमला के बाद आक्रोशित भीड़ पुलिस प्रशासन हाय-हाय के नारे लगा रहे थे। भीड़ में शामिल लोगों का कहना था कि पुलिस की शिथिलता से धीरेन्द्र की जान गई है।
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सूचना के बाद भी पुलिस नहीं हुई अलर्ट
बताया कि घटना के दो दिन पूर्व जब पुलिस को सूचना दी गई तो पुलिस ने संज्ञान क्यों नहीं लिया। इस बात को लेकर प्रदर्शनकारियों में आक्रोश इस तरह व्याप्त था कि जामस्थल पर पहुंचे चौकीदार पेंटर कुमार की जमकर पिटाई कर दी गई। किसी तरह पेंटर जान बचाकर भागे। वहीं पुलिस कर्मी ने भी खदेड़कर प्रदर्शन कर रही महिला रंजू देवी की बेरहमी से पिटाई कर दी। यह देख फिर से प्रदर्शनकारियों ने रोड़ेबाजी की। इधर पुलिस फाय¨रग की आवाज सुन बाजार के सभी दुकान धड़ाधड़ बंद हो गए। सड़के सडकें वीरान हो गयी। बाद में एसडीओ अविनाश कुमार, एसडीपीओ शशिशंकर कुमार, अमरपुर थानाध्यक्ष राजेश मंडल, फुल्लीडुमर थानाध्यक्ष धीरज कुमार, महिला थानाध्यक्ष मनी कुमारी, यशोदा कुमारी घटना स्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
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नहीं लग सका साप्ताहिक हाट
साप्ताहिक हाट नहीं लग सका। जिससे लाखों रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है। ज्ञात हो कि शनिवार को घटना के बाद मृतक की मां रूकमा देवी ने गांव के दिनेश मंडल, अविनाश उर्फ राजेश मंडल, निर्भय कुमार, ¨सटू कुमार, अंकित कुमार, धन्नू मंडल, सुनीता देवी सहित अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है। इधर, एसडीपीओ ने बताया कि थाना पर हमला व सरकारी संपत्ति एवं सरकारी कार्य में बाधा डालने को लेकर थाना में अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। जांच कर दोषी पुलिस पदाधिकारी पर भी कार्रवाई की जायेगी।