मौत के साथ ही दब गई नकुल की जुबान
बांका। किसी भी बैठक और सभा में शेर की तरह दहाड़ने वाले बौंसी के पूर्व बीस सूत्री अध्यक्ष सह भाजपा नेत
बांका। किसी भी बैठक और सभा में शेर की तरह दहाड़ने वाले बौंसी के पूर्व बीस सूत्री अध्यक्ष सह भाजपा नेता नकुल ठाकुर के असामयिक निधन पर पंडाटोला स्थित घर में मातमी सन्नाटा पसर गया है। वे परिवार में पत्नी रेखा देवी के साथ चार पुत्र व एक पुत्री सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गये हैं।
घटना की खबर सुनकर बांसजोरी गोड्डा से आई पुत्री चंदा का मां से लिपट कर दहाड़ मार कर रो-रोकर बुरा हाल है। दामाद मुकेश कुमार भी इस घटना से मर्माहत हैं। चारों पुत्रों में बड़ा मुकेश ठाकुर अहमदाबाद में जॉब करता है। पिता की मृत्यु की खबर सुनकर घर के लिए रवाना हो चुका है। पुत्र राकेश, किशन और विकास का तो मानो सर्वस्व लूट गया। सभी फफक-फफक कर रो रहे थे। लोगों के बीच यह कहने से कतई संकोच नहीं करते कि उन्होंने कठिन संघर्ष के बीच अपनी मान मर्यादा को स्थापित करने में फर्श से अर्श तक का रास्ता तैय किया है। हाट में खैनी बेचने से लेकर अपने भाई के साथ लोगों का बाल बनाने तक का काम किया है। वहीं बड़े भाई के साथ दुकानदारी कारोबार के बीच व्यवसाय के क्षेत्र में अच्छी भागीदारी की। जिला परिषद के रेलवे स्टेशन रोड स्थित मिनी मार्केट के किराया के दुकानों पर पारिवारिक भरण-पोषण के लिए अपना जूते-चप्पल की दुकानदारी करते थे। सामाजिक एवं धार्मिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया करते थे। उनके निधन से सामाजिक एवं स्थानीय राजनीति क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। उनका अंतिम संस्कार मंदार पापहरणी सरोवर के श्मशानघाट पर हुआ। उन्हें छोटे पुत्र विकास ने मुखाग्नि दी।