एनपीएस में विवाद के कारण एमडीएम बंद
बांका। सचिव व प्रधान की जंग में तीन माह से एमडीएम बंद है। लाख प्रशासनिक शक्ति के बाद भी स्कूली बच्चो
बांका। सचिव व प्रधान की जंग में तीन माह से एमडीएम बंद है। लाख प्रशासनिक शक्ति के बाद भी स्कूली बच्चों को नियमित रूप से दोपहर का भोजन नहीं मिल रहा है। इससे सैकड़ों बच्चों को भूखे पेट ही ककहरा रटना पड़ रहा है। कई जगहों पर तो राशि और चावल की उपलब्धता के बाद भी बच्चे दोपहर की भोजन से वंचित रहते हैं। ऐसा ही एक मामला प्रखंड के एनपीएस मोकहरी का है। यहां नामंकित 137 बच्चे पिछले तीन माह से बिना दोपहर भोजन के ककहरा रटने को मजबूर है। इस संबंध में विद्यालय सचिव रीना कुमारी , उपमुखिया ऊषा देवी सहित कई ग्रामिणों ने डीएम को आवेदन देकर मोकहरी में अविलंब एमडीएम चालू कराने की मांग की है। सचिव ने प्रभारी प्रधानाध्यापक पर मनमानी का भी आरोप लगाया है। इधर विद्यालय में एमडीएम नहीं संचालित होने पर वहां रखा चावल बर्बाद हो रहा है। इस संदर्भ में विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापिका अनिता कुमारी ने बताया कि सब विवाद सचिव के चलते हो रहा है। एमडीएम संचालन में राशि के लिए सचिव चेक नहीं काट रही है। इस कारण एमडीएम बंद है। इस संबंध में वरीय अधिकारियों से मार्ग दर्शन मांगा गया है।