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आदिवासियों का छाता मेला शुरू

बांका। बौंसी प्रखंड क्षेत्र के आदिवासी संस्कृति का छाता मेला श्यामबाजार स्थित हाट परिसर में मंगलवार

By Edited By: Published: Tue, 06 Oct 2015 11:56 PM (IST)Updated: Tue, 06 Oct 2015 11:56 PM (IST)
आदिवासियों का छाता मेला शुरू

बांका। बौंसी प्रखंड क्षेत्र के आदिवासी संस्कृति का छाता मेला श्यामबाजार स्थित हाट परिसर में मंगलवार को आयोजित हुआ। बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोगों ने शिरकत कर मेले का आनंद उठाया। आदिवासी समाज के लोगों ने हाट परिसर में बांस खड़ाकर उपर रंगीन छतरी लगाकर ढोल नगाड़ों के बीच नाचते गाते छाता मेला पर्व मनाया। छाता मेला मनाये जाने की परंपरा काफी पुरानी है। पहले की तरह अब इसका आयोजन नहीं होता है। धीरे-धीरे इस छाता पर्व मेले का ह्रास ही हुआ है। सरकारी या गैर सरकारी स्तर से इसके संरक्षण के लिए कोई उपाय नहीं किये जाने से इसकी स्थिति बिगड़ती चली गयी। कभी यहां दूर-दूर गांव से आदिवासी समाज के लोग मिलकर पारंपरिक बाजे गाजे के साथ नाचते गाते पहुंच कर छाता मेला का भरपूर आनंद उठाया। अपने साथ बड़े-बड़े सींगों वाले भेड़, मुर्गा, तीतर बटेर लाकर प्रतिस्पर्धा की लड़ाई लड़वाते और पुरस्कृत होते। लेकिन आज सारा कुछ खतम हो गया है। अब कुछ चंद गांव के लोग मेले की परंपरा का निर्वाह करते हैं। छाता मेला में प्रतिस्थापित छतरी के निकट कुंटी बना कर विधिवत पूजा अर्चना की गयी। कार्यक्रम में लक्खी टुड्डू ने पूजा अर्चना की। वहीं मनोज बास्की, सोनालाल मुर्मू आदि थे।

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