नवीन कृषि तकनीक लाएगा किसानों में खुशहाली : सांसद
किशनगंज। आज के वैज्ञानिक युग में किसानों को चाहिए कि वे खेती के लिए नवीन कृषि तकनीक और आधुनिक कृषियं
किशनगंज। आज के वैज्ञानिक युग में किसानों को चाहिए कि वे खेती के लिए नवीन कृषि तकनीक और आधुनिक कृषियंत्रों का उपयोग करे। जिससे कि किसानों के खेत में पैदावार बढ़े और उनकी आमदनी में दोगुनी बढ़ोतरी हो। यह बातें शुक्रवार को सांसद मौलाना असरारुल हक कासमी ने हवाई अड्डा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा आयोजित सांसद अनुशंसित कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन करने के उपरांत कही। उनहोंने कहा कि यहां के किसान परिश्रमी व मेहनती हैं। केवल इन्हें कृषि की नवीन तकनीक व वैज्ञानिक पद्धति की सही-सही जानकारी मिलनी चाहिए। यहां के 70 फीसद लोग आज भी अपनी जीविका के लिए कृषि पर निर्भर हैं। जिले के लगभग 773 गांव में कुल कृषि योग्य भूमि 14,7,469.63 हैक्टेयर है। इनमें से 12,2,892.63 हैक्टेयर जमीन पर खेती हो रही है। जिला के 70 फीसद लोग आज भी अपनी जीविका के लिए कृषि पर निर्भर हैं। अब समय आ गया है कि किसान खेती को अपनी जीविका के बदले व्यवसाय का रुप देने की कोशिश करें। वहीं श्री कासमी ने कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का निरीक्षण करने के उपरांत पर्यावरण सुरक्षा और टिकाऊ खेती नामक पुस्तक का विमोचन किया। जिसमें कृषि से संबंधित दी गई विशेष जानकारी से अवगत होने के बाद किसान अपने खेतों में अनाज का उत्पादन बढ़ा सकेंगे। इस दौरान मुख्य रुप से कमांडेंट नंद राम, कमांडेंट दिवाकर, केवीके समन्वयक डा. केएम ¨सह, डीडीएम नाबार्ड सावन प्रकाश, डीएओ अनिल कुमार यादव, गब्य विकास पदाधिकारी अर्जुन प्रसाद, सांसद प्रतिनिधि प्रो. शफी, वैज्ञानिक डा. रतनेश कुमार चौधरी, नीरज प्रकाश, हेमंत कुमार, एके साह, डा. सतेन्द्र कुमार और संजय कुमार सहित बड़ी संख्या में पुरुष व महिलाएं मौजूद थी।