रेफरल अस्पताल में ठप रही ओपीडी सेवा
बिना इलाज दर्जनों मरीज वापस लौटे, धोरैया में प्रसव कार्य हुआ प्रभावित, फ़ोटो-02बीएएन 03, 9, 10, 13,
बिना इलाज दर्जनों मरीज वापस लौटे, धोरैया में प्रसव कार्य हुआ प्रभावित, फ़ोटो-02बीएएन 03, 9, 10, 13, जेएनएन बांका।
बांका : बिहार राज्य संविदा स्वास्थ्यकर्मी संघ के आह्वान पर संविदा पर बहाल कर्मियों ने हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार को ओपीडी सेवा सहित अन्य कार्य को ठप कर दिया। इससे दर्जनों मरीज बिना इलाज ही वापस लौटे।
कटोरिया: संविदा पर कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों ने प्रदर्शन करते हुए ओपीडी को बंद करा दिया। इसके अलावा टीकाकरण और इसकी रिपोर्ट भेजने का कार्य भी प्रभावित हुआ। 12 सूत्री मागों को लेकर स्वास्थ्य प्रबंधक धर्मेन्द्र कुमार सिंह के नेतृत्व में लेखपाल संदीप आनंद, कंप्यूटर ऑपरेटर मुकेश कुमार, यक्ष्मा वरीय पर्यवेक्षक सुनील कुमार, संजीवनी ऑपरेटर मिक्की कुमार, बमबम कुमार झा, सूरज कुमार सिंह, ममता, सुनीता कुमारी, मीना कुमारी, कौशल्या कुमारी, एएनएम डोली कुमारी, रूबी कुमारी, निशा प्रिया, सपना, त्रिमूर्ति कुमारी, आशा नूरी खातून सहित अन्य थे।
शभूगंज: हड़ताल से अस्पताल की स्वास्थ सेवा चरमरा गई है। यहा तक की गंभीर मरीजों का भी इलाज संभव नहीं हो पा रहा है। मौके पर अस्पताल प्रबंधक अमित कुमार पंकज , लेखापाल संजय गुप्ता , बीसीएम मुकेश कुमार , रसराज सहित अन्य कर्मी मौजूद रहे।
बौंसी: रेफरल अस्पताल के वार्ड नंबर एक में सन्नाटा पसरा हुआ है । आशा कार्यकर्ताओं ने गाव घरों से प्रसूति को अस्पताल पहुंचाने का काम छोड़ दिया है । प्रसव हुए प्रसूति को डाटा इंट्री के अभाव में प्रोत्साहन राशि के लिए लौटना पड़ा है।
रजौन: धरना व प्रदर्शन का नेतृत्व संघ के प्रखंड अध्यक्ष संजय कुमार सिंह, डा. दिलीप कुमार, सचिव पुष्प करण, संघर्ष सचिव अनंत कुमार, कोषाध्यक्ष निकेश कुमार, मीडिया प्रभारी मनीष कुमार झा, जितेश कुमार झा कर रहे थे। वही धरना प्रदर्शन के दौरान रेणु, सुनीता, अंजू, पुष्पा, पूनम, संगीता, जूली, गंगा दास, महेश मंडल, रंजन, सर्गून मंडल, राजेश कुमार, राम कुमार, संतोष कुमार आदि उपस्थित थे।
धोरैया: मंागों को लेकर संविदा पर बहाल तमाम लोगों ने पीएचसी ने धरना दिया। धोरैया में कार्यरत 14 ममता एवं 207 आशा कार्यकर्ताओं के हड़ताल से प्रसव सेवा प्रभावित रहा है। वही लेखा पाल के भी हड़ताल पर जाने से लाभार्थी को ससमय चेक नहीं मिल पा रहा है। जबकि बीसीएम के द्वारा समय-समय पर आशा की बैठक कर परिवार नियोजन कार्यक्त्रम को बढावा देते हुए क्षेत्र से महिलाओ को बंध्याकरण को प्रेरित कर अस्पताल लाने का सख्त निर्देश दिया जाता है लेकिन हड़ताल पर जाने से ये सारे कार्य ठप हो गया है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विनय कुमार ने बताया कि हड़ताल को देखते हुए इमरजेंसी रोस्टर को तैयार कर अस्पताल का कार्य सुचारू रूप से चलाया जा रहा है।
अमरपुर: हड़ताल से रेफरल अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधा बुरी तरह से चरमरा गई। सुबह होते ही आशा, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, ममता, डाटा आपरेटर, स्वास्थ्य प्रबंधक, बीसीएम सहित अन्य संविदा पर बहाल स्वास्थ्य कर्मी रेफरल अस्पताल परिसर में जमा हो गये। और मरीज पंजीकरण काउंटर, वाह्य कक्ष पर ताला जड़ दिया। जिससे पंजीकरण काउंटर से एक भी मरीजों को पर्ची नहीं मिल पाया। हालाकि सुबह होते ही डॉ अंसार अहमद डयूटी पर अस्पताल पहुंचे। लेकिन आशा एवं ममता स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने उन्हें वाह्य कक्ष में प्रवेश नहीं करने दिया। जिससे इलाज करने अस्पताल पहुंची दिग्घीपोखर गाव की पुतुल देवी, चपरी गाव के विकलाग ऋषिकेश कुमार, रायपोखर की रूपा देवी, महम्दपुर गाव की वृद्धा सोना देवी सहित सैकड़ों की संख्या में मरीजों को निराश होकर वापस जाना पड़ा। वहीं स्वास्थ्य प्रबंधक मनोज कुमार ने बताया कि संविदा पर बहाल स्वास्थ्य कर्मी स्थायीकरण की माग को लेकर हड़ताल पर हैं। जबतक सरकार संविदा पर स्वास्थ्य कर्मियों की माग को पूरा नहीं करेगी । तबतक हड़ताल जारी रहेगा।