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लूटेरों के निशाने पर बांका की बैंक शाखाएं

[बिभांशु शेखर] बांका: भागलपुर ग्रामीण बैंक लूट कांड ने एक बार फिर बांका की बैंक शाखाओं की सुरक्षा पर

By Edited By: Published: Wed, 27 May 2015 07:07 PM (IST)Updated: Wed, 27 May 2015 07:07 PM (IST)
लूटेरों के निशाने पर बांका की बैंक शाखाएं

[बिभांशु शेखर] बांका: भागलपुर ग्रामीण बैंक लूट कांड ने एक बार फिर बांका की बैंक शाखाओं की सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। भागलपुर के भीड़ वाले व्यस्ततम इलाके में दिनदहाड़े बड़ी लूट ने लोगों को सकते में डाल दिया है। ऐसे में नक्सल प्रभावित इलाके के देहाती व सुदूर क्षेत्रों में स्थापित बैंक शाखाओं का क्या होगा। चार महीने पहले ही शहर से चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित एसबीआई दुधारी शाखा को अपराधियों ने लूट लिया था। उसके बाद बांका पुलिस बैंक को सुरक्षा देने के लिए कई बड़े-बडे़ दावे ठोके। परंतु दिन गुजरने के बाद सभी दावें हवा हो गई। दरअसल, बांका में स्थापित विभिन्न प्रकार की करीब 91 शाखाओं की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे है। अपराधी किसी भी वक्त बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। मुख्य शहर से ज्यादा बैंक शाखाएं ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित हैं। जिसमें यूको, ग्रामीण व एसबीआई की अधिक बैंक शाखाएं हैं। जिला में प्रतिदिन औसतन 80 करोड़ का बिजनेस होता है। सभी बैंकों में नगद राशि रहती ही है। अलबत्ता, शाखाओं में एक भी बंदूकधारी सुरक्षा कर्मी की तैनाती नहीं है। जबकि एसबीआई सहित कई बैंकों ने होमगार्ड को सुरक्षा की कमान दे रखा था। परंतु वे भी लंबे दिनों से हड़ताल पर हैं ।

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शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित बैंक की स्थिति और भी विकट

शहर में स्थापित बैंक की सुरक्षा काफी खराब है। नगर भवन के पास ही करीब तीन सरकारी बैंक का संचालन हो रहा है। जिसमें एडीबी में सबसे अधिक ग्राहकों का आना जाना है। परंतु वहां सुरक्षा का इंतजाम काफी खराब है। इधर, कटोरिया रोड में भी अधिकतर बैंक शाखाएं, जबकि मेन मार्केट में एसबीई की शाखा, विजया बैंक, डोकानियां मार्केट में यूको, बैंक आफ बड़ौदा आदि बैंक शाखाएं भरी पड़ी है। परंतु वहां पुलिस की तैनाती नगण्य है। ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित बैंक की स्थिति विकट है। वहां के बैंक कर्मी भी डरे सहमे कार्य करते हैं। जंगली इलाकों में कब अपराधी अपनी करतूत से दहला दे, यह कहा नहीं जा सकता है। शहर में तो गश्ती दल भी घूमते नजर नहीं आती है। देहात में यह व्यवस्था अब तक नहीं हुई है।

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पांव पसार रहा अपराधी संगठन

ऐसा नहीं कि बैंक लूटकांड को अंजाम कोई खास गैंग देता है। और पकड़े जाने पर माहौल सामान्य हो जाता है। दरअसल, अपराधियों का संगठन प्रतिदिन तैयार हो रहा है। हर लूट कांड के बाद नया गैंग सामने आता है। -------------------

बांका के प्रमुख बैंक लूट कांड

इसी वर्ष 23 जनवरी को दिनदहाड़े आधा दर्जन अपराधियों ने दुधारी स्थिति एसबीआई शाखा पर धावा बोल दिया। कैशियर को घायल कर लाखों की नगदी लूट ले गए। वहीं पुलिस ने सभी अपराधी को नगदी के साथ विजयनगर से दबोचने में सफलता पाई थी।

बौंसी में स्थापित यूको बैंक से नकाबपोश लाखों की नगदी लूट ली थी। वहीं थाना क्षेत्र के श्यामबाजार में स्थापित यूको बैंक से अपराधियों ने करीब 12 लाख की राशि लूट ले गए थे।

- बांका में बैंकों की शाखाएं

यूको बैंक-29

ग्रामीण बैंक-15

एसबीआई-11

बैंक ऑफ इंडिया-06

बैंक ऑफ बड़ौदा-01

विजया बैंक-01

एचडीएफसी-01

एक्सीस-01

पंजाब नेशनल बैंक-01

सिंडिकेट बैंक-01

ओरिंयनटल बैंक ऑफ कामर्स-01

सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक-04

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बैंक की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है। खासकर ग्रामीणों इलाकों में सुरक्षा का कड़ा इंतजाम जरूरी है। साथ ही नियमित पुलिस गश्ती बैंक को उपलब्ध करायी जाय।

प्रकाश पांडे, एलडीएम


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