भूकंप को लेकर आज और कल सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूल बंद
संवाद सहयोगी, बांका: गौतम की मां शनिवार को अपने बरामदे पर झाड़ू लगा रही थी, कि उनका हाथ अपने आप खिसकन
संवाद सहयोगी, बांका: गौतम की मां शनिवार को अपने बरामदे पर झाड़ू लगा रही थी, कि उनका हाथ अपने आप खिसकने लगा। उन्हें लगा कि क्या हो गया हाथ में। पास में रखी बाल्टी भी पूरी गति से डोलने लगी। छत में लटका पंखा बिजली नहीं रहने के बावजूद हिलने लगा। बस क्या था गौतम की मां यह चिल्लाते हुए भागी कि अरे गौतम की जोरु बाहर निकल। फिर भूकंप आया है। दरअसल शनिवार के अलावा रविवार को भी भूकंप ने दस्तक दे डाला था। करीब 12 बजकर 40 मिनट के आसपास भूकंप का आंशिक रुप का एहसास हुआ। जिसकी वजह से पुन: पूरा बांका सहम गया।
इधर, आपदा विभाग के द्वारा अलर्ट के बाद डीएम साकेत कुमार ने 27 एवं 28 अप्रैल को सरकारी एवं गैर सरकारी सभी विद्यालयों को बंद रखने का निर्देश दिया है।
ज्ञात हो कि शनिवार को आए भूकंप के जोरदार दस्तक से पूरा जनमानस त्राहिमाम हो उठा था। वहीं रविवार को पुन: भरी दोपहरी में लोगों को भूकंप ने जोरदार झटका दिया। एकाएक सभी की धड़कनें उसी रफ्तार से धड़कने लगी। रविवार को भूकंप की आशंका पर लोग अपने घर से निकलकर बाहर आए गए। रविवार होने के कारण स्कूल सहित अन्य कार्यालय बंद होने के कारण अधिकतर लोग घर में थे। इसलिए भगदड़ की स्थिति वैसी नहीं बनी। परंतु लोग सहम जरूर गए। कटोरिया रोड, गांधी चौक, डोकानिया मार्केट सहित अन्य स्थानों पर लोगों की भीड़ देखी गयी। नेपाल के साथ पूरे भारत में आए भूकंप से हर एक डर लोगों में पनप सा गया है। भूकंप का असर बांका के अलावा सभी 11 प्रखंडों में महसूस की गई। भागदौड़ में दो के जख्मी होने की सूचना है। इधर, कुछ लोगों का कहना है कि ओलावृष्टि, तूफान व बारिश ने रबी फसल को नस्तोनाबूत कर दिया। अब भूकंप का आना सचमुच दैवीय लीला है। लोगों ने अभी से पूजा पाठ करनी शुरू कर दी। साथ ही भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि अब बस करो।