होलिका की निकली शवयात्रा, चांदन नदी में अंतिम संस्कार
संवाद सहयोगी, बांका: रंग-उमंग का पर्व होली समाज में कई विधियों से मनाई जा रही है। होली के एक दिन पू
संवाद सहयोगी, बांका: रंग-उमंग का पर्व होली समाज में कई विधियों से मनाई जा रही है। होली के एक दिन पूर्व यानि बुधवार को विजयनगर से होलिका की शव यात्रा निकाली गई। युवाओं की टोली ने होलिका का पुतला बनाकर उसे चचरी पर सुला दिया। साथ ही अर्थी का रूप देने की लिए चचरी को आकर्षक ढंग से सजाया गया था।
युवाओं ने अर्थी को गली-गली घुमाया। इसके अलावा टिन आदि बेढभ चीज पीटते हंगामा करते शव को यात्रा चांदन नदी ले गया। शव यात्रा विजयनगर से गांधी चौक, शिवाजी चौक, शास्त्री चौक होते हुए चांदन नदी पहुंची। जहां होलिका का अंतिम संस्कार हुआ। यानि पुतला को वहां जलाया गया। आयोजन समिति से जुड़े संतोष तिवारी ने बताया कि यह परंपरागत रिवाज है। ऐसा करने से समाज में सुख-शांति का रंग घुलता है। उनके अनुसार होलिका ने ही प्रह्लाद को गोद में लिए आग में बैठी थी। इस मौके पर हेप्पी तिवारी, अंशू तिवारी, चुन्ना तिवारी, गन्नो तिवारी, सुमन झा, राहुल, बिट्टू, सोनू सहित अन्य युवा व बच्चे मौजूद थे।