हार-जीत का आकलन शुरू
जागरण संवाददाता, बांका : अभी चार महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में बांका विधानसभा क्षेत्र के एक लाख 37 हजार मतदाताओं ने वोट डाला था। गुरुवार को विधानसभा उपचुनाव के लिए पड़े वोट में एक लाख दो हजार मतदाता ही बूथ पर वोट डालने पहुंचे। यानि चार महीने बाद मतदाता बढ़ने की बजाय 35 हजार कम हो गये। यह किनका मतदाता था? मतदान के बाद सभी प्रत्याशी इसकी खोज में जुट गये हैं। गुम हुए इन मतदाताओं ने बांका के जीत हार का समीकरण ही बिगाड़ दिया है। दरअसल, इस बार वोट डालने वाले जितने मतदाताओं ने वोट नहीं डाला, अब तक उतने से भी कम वोट पाकर प्रत्याशी विधायक बनते रहे हैं। 2010 के विधानसभा चुनाव में तो 29 हजार वोट लाकर राजद के जावेद इकबाल अंसारी चुनाव जीत गये थे। चार साल पहले उस वक्त भी बांका विधानसभा के एक लाख छह हजार वोटरों ने वोट डाला था। फरवरी 2005 के विधानसभा चुनाव में ही जावेद इकबाल 30 हजार वोट लाकर जीत गये थे। अबकी 35 हजार मतदाताओं की मिसिंग किसकी किस्मत बिगाड़ेगा इसका खुलासा 25 अगस्त की मतगणना के बाद ही हो सकेगा। चार महीने पूर्व हुए लोकसभा चुनाव समीकरण पर गौर करें तो तब 1.37 लाख वोट डाला था। जिसमें भाजपा प्रत्याशी को 47 हजार तो राजद प्रत्याशी को 42 हजार मत मिला था। इस दोनों के आधार वोट में एक-एक जाति विशेष ने सुस्त पोलिंग की। यहां दोनों का हिसाब बराबर हो गया। इस चुनाव में सीपीआई प्रत्याशी 29 हजार से अधिक मत लाने में कामयाब रहे थे। अबकी सीपीआई प्रत्याशी यानि इसके दल जदयू का गठबंधन राजद के साथ था। गठबंधन के लिहाज से मत सीधे राजद प्रत्याशी को जाना था। पर मतदान रूझानों के मुताबिक एक बड़ा हिस्सा भाजपा प्रत्याशी के साथ हो गया। सीपीआई और जदयू के इसी वोट में निर्दलीय मनोज सिंह चंद्रवंशी ने भी घूसपैठ की। अब राजद जदयू के इस वोट बैंक का कितना वोट अपने पाले में कर सका, यही जीत और हार तय करेगा।
बांका में कब किसे कितना मिला मत
2010 विधानसभा
राजद-जावेद इकबाल-29 हजार
भाजपा-रामनारायण मंडल-26 हजार
निर्दलीय- मुन्ना सिंह-17 हजार
बसपा-मनोज सिंह- पांच हजार
निर्दलीय-प्रतिभा प्रकाश-छह हजार
निर्दलीय-सिंपल देवी-आठ हजार
कांग्रेस-नीलूफर नाहिद-28 सौ
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2014 का लोकसभा
राजद-जयप्रकाश-42 हजार
भाजपा-पुतुल कुमारी-47 हजार
सीपीआई-जदयू-संजय कुमार-29
हजार
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2010 लोकसभा उपचुनाव
राजद-जयप्रकाश-33 हजार
निर्दलीय-पुतुल कुमारी-50 हजार
बसपा-इंद्रराज सिंह-10 हजार
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2009 का लोकसभा चुनाव
निर्दलीय-दिग्विजय सिंह-41 हजार
राजद-जयप्रकाश यादव-21 हजार
जदयू-दामोदर रावत-10 हजार
कांग्रेस- गिरिधारी यादव-पांच हजार
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नवंबर 2005 का विधानसभा
भाजपा-रामनारायण मंडल-44 हजार
राजद-जावेद इकबाल- 35 हजार
लोजपा-रवि सिंह- छह हजार
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फरवरी 2005 का विधानसभा
राजद-जावेद इकबाल- 30 हजार
भाजपा-रामनारायण मंडल-28 हजार
निर्दलीय-मनोज सिंह- तीन हजार
राजेंद्र यादव-14 हजार
रणवीर यादव-चार हजार
अविनाश यादव-पांच हजार
अशोक सिंह-चार हजार
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2000 का विधानसभा
भाजपा-रामनारायण मंडल-58 हजार
राजद-जावेद इकबाल-38 हजार
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1995 का विधानसभा
जद-जावेद इकबाल अंसारी-31 हजार
भाजपा-रामनारायण मंडल-23 हजार
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भाजपा-रामनारायण मंडल-19 हजार
निर्दलीय-वेदानंद सिंह-15 हजार