शहादत दिवस पर पूरी हुई औपचारिकता
निप्र, बाराहाट : स्वतंत्रता के लिए हंसते-हंसते अपने प्राण की आहूति देने वाले शहीद सतीश चन्द्र झा को शहादत पर नमन किया गया। यद्यपि यह कार्यक्रम महज औपचारिकता रही, कहीं से ऐसा नहीं लगा है कि सचमुच इतने बड़े शहीद का आज शहादत दिवस है। शासन-प्रशासन से लेकर राजनीतिक दलों द्वारा महज खानापूर्ति की गई। शहर से लेकर उनके पैतृक गांव तक में ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं हुआ, जिसमें नयी पीढ़ी को उनकी कुर्बानी की कहानी तक की जानकारी भी मिलती।
बता दें कि 11 अगस्त 1942 को पटना सचिवालय पर तिरंगा झंडा फहराने के क्रम उन्होंने अपने छह अन्य साथियों के साथ प्राणों की आहूति दी थी। बहरहाल शहीद दिवस के मौके पर ढाकामोड़ स्थित उनकी प्रतिमा पर बीडीओ गुरुदेव प्रसाद गुप्ता एवं प्रमुख राजेश यादव ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई। मौके पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष संजीव सिंह, इंटक के अध्यक्ष विनय कापरी ने शहीद सतीश की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। मौके पर नेताओं ने कहा कि उनके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है। देश की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण बनाये रखना ही शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस मौके पर आशुतोष सिंह, महेश मिश्रा, संजय झा, विनोद चौधरी, संजय झा, सच्चिदानंद साह, त्रिभुवन पंडित, सुबोध झा, शिक्षक संजीव कुमार, कुंदन कुमार आदि मौजूद थे। वक्ताओं ने उनके कुर्बानी की कहानी पर भी प्रकाश डाला।
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