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साम्प्रदायिक सद्भाव की लिखी गई नई इबादत

औरंगाबाद। समाहरणालय स्थित नगर भवन में शनिवार को सांप्रदायिक सद्भाव की नई इबादत लिखी गइ

By Edited By: Published: Sat, 30 Apr 2016 05:33 PM (IST)Updated: Sat, 30 Apr 2016 05:33 PM (IST)
साम्प्रदायिक सद्भाव की लिखी गई नई इबादत

औरंगाबाद।

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समाहरणालय स्थित नगर भवन में शनिवार को सांप्रदायिक सद्भाव की नई इबादत लिखी गई। रामनवमी की जुलूस में शहर के जामा मस्जिद के पास कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा की गई उपद्रव के बाद डीएम कंवल तनुज एवं एसपी बाबूराम ने पूरे जिले में सांप्रदायिक सद्भाव कायम करने के लिए दोनों संप्रदाय के प्रबुद्धजनों की बैठक नगर भवन में बुलाई थी। बैठक में जिले के सभी जनप्रतिनिधियों से लेकर विभिन्न दलों एवं अखाड़ों के प्रमुख लोगों को बुलाया गया था। सभी थानों के थानाध्यक्ष बैठक मौजूद रहे। संबोधन में हर वक्ताओं के जुबान से शांति का पैगाम निकला। डीएम एवं एसपी ने जब सांप्रदायिक सद्भाव के लिए पहल की तो दोनों संप्रदाय में भाईचारे का माहौल बना। नगर भवन में मौजूद सभी लोगों ने हाथ उठाकर समाज से नफरत मिटाने का संकल्प लिया। डीएम ने कहा कि समाज में ऐसे प्रणाली को विकसित नहीं होने दें जिससे माहौल बिगड़े। कहा कि घर को जलाने के लिए एक चिंगारी काफी है उसी तरह समाज में सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के लिए एक असामाजिक तत्व काफी होता है। डीएम ने कहा कि अनियंत्रित भावना पर नियंत्रित सोच से ही समाज में सामाजिक सद्भाव कायम होगा। जिस तरह राज्य में शराबबंदी से आपराधिक घटनाओं में कमी आई है उसी तरह समाज में जब सामाजिक सद्भाव होगा तो नफरत का भाव समाप्त होगा। डीएम ने कहा कि पर्व-त्यौहारों से लेकर शादी-विवाह के मौके में डीजे पर प्रतिबंध होनी चाहिए। पारंपरिक वाद्य यंत्रों को बढ़ावा मिलनी चाहिए। मंदिर अथवा मस्जिद के पास उत्तेजनक प्रदर्शन नहीं होना चाहिए। जुलूस के लिए निर्गत लाइसेंस के नियमों का अनुपालन होना चाहिए। एसपी ने कहा कि इस जिले में हमें इस बात का गर्व है कि यहां सांप्रदायिक सद्भाव का मिशाल दिखता है। इस सद्भाव की डोर इतना मजबूत कर दें कि कभी टूटे नहीं। समाज से नफरत को इतना दूर भाग दें कि उसे लौटने में कुछ समय लग जाए। कहा कि कानून का पालन करना हम सभी दायित्व है। सर्वोच्च न्यायालय ने भी रात्रि 10 बजे से सुबह 6 बजे तक डीजे के बजने पर रोक लगा रखी है। एसपी के आध्यात्म की बातों पर बैठक में शांति छाया रहा। हर कोई एसपी की बातों को सुनने के लिए अपनी निगाहें मंच की ओर टिकाए रहे।

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15 मई तक पुनर्गठित होती शांति समिति

औरंगाबाद : रामनवमी जुलूस के बाद एसपी बाबूराम के द्वारा सभी थानों की गठित शांति समिति को भंग कर दी गई थी। शनिवार को नगर भवन में दोनों संप्रदाय के प्रमुख लोगों की बैठक में एसपी ने कहा कि 15 मई तक भंग समिति को पुनर्गठित कर दी जाएगी। इसके लिए सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है। एसपी ने कहा कि नई पुनर्गठित समिति में वैसे लोगों को शामिल किया जाएगा जिनका समाज में प्रभाव होगा। उनकी बातों को समाज का हर तबका मानने को तैयार होगा। समाज में शांति लाने वाले लोगों को शामिल करने का निर्देश थानाध्यक्षों को दिया गया है। एसपी ने कहा कि नई समिति में महिलाओं को भी शामिल की जाएगी।


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