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BIHAR : विधवा को अछूत कह निकाला था नौकरी से, DM ने कुछ यूं दिलाया न्याय

औरंगाबाद के एक मिडिल स्कूल में एक महिला रसोईया को विधवा कहकर हटा दिया गया था। जिलाधिकारी कंवल तनुज ने विद्यालय पहुंचकर खुद मामले की जांच की और प्रधानाध्यापक को जमकर फटकार लगाई।

By Kajal KumariEdited By: Published: Wed, 27 Jul 2016 09:52 AM (IST)Updated: Wed, 27 Jul 2016 11:38 PM (IST)
BIHAR : विधवा को अछूत कह निकाला था नौकरी से, DM ने कुछ यूं दिलाया न्याय
BIHAR : विधवा को अछूत कह निकाला था नौकरी से, DM ने कुछ यूं दिलाया न्याय

औरंगाबाद [जेएनएन]। रफीगंज प्रखंड के बटुरा मिडिल स्कूल की रसोइया उर्मिला को विधवा कहकर हटा दिया गया था। मामले की जांच करने मंगलवार को डीएम कंवल तनुज विद्यालय पहुंचे और डीएम ने न केवल उर्मिला को बहाल किया बल्कि उसके हाथ का बना खाना खाकर रूढ़िवादी परंपरा को तोड़ने का संदेश भीदिया।
रसोईया उर्मिला ने डीएम को आवेदन देकर शिकायत की थी कि प्रधानाध्यापक के द्वारा उन्हें विधवा होने के कारण रसोइया पद से हटा दिया गया और विद्यालय में प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई। डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्वयं आरोपों की जांच की और प्रधानाध्यापक एवं रसोईया का बयान लिया।
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प्रधानाध्यापक ने रसोईया पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे हमेशा गायब रहती थी जिस कारण हटाया गया है। डीएम द्वारा साक्ष्य पूछने पर प्रधानाध्यापक ने कोई उचित साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया। डीएम ने प्रधानाध्यापक को फटकार लगाते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी को प्रधानाध्यापक के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने एवं तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया।
डीएम ने हटाए गए रसोईया का तत्काल योगदान कराया। विद्यालय के बाद डीएम रसोईया के घर पहुंचे। रसोईया के पुत्र धर्मेंद्र एवं पुत्री किरण कुमारी से हटाए जाने का कारण पूछा। दोनों ने बताया कि प्रधानाध्यापक के द्वारा मां के विधवा होने के कारण हटा दिया गया है।
रसोइया के घर से लौटते वक्त डीएम ने आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में मात्र 13 बच्चे उपस्थित पाए गए। डीएम ने निरीक्षण पंजी का अवलोकन किया। बीडीओ गुलजारी कुमार पंडित को निर्देश दिया। बीडीओ ने निरीक्षण पंजी देखकर बताया कि 31 मई को पर्यवेक्षिका द्वारा निरीक्षण किया गया था जिसमें 30 बच्चों की उपस्थिति पाई गई थी, लेकिन सेविका ने उसे काटकर 40 उपस्थिति बनाया।
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आंगनबाड़ी के निरीक्षण के बाद डीएम ग्रामीणों से पूछताछ की। ग्रामीण मो. इसराइल, पंच उत्तम देवी, सचिव रामप्रसाद विश्वकर्मा ने डीएम को बताया कि विधवा होने के कारण हेडमास्टर द्वारा रसोईया को हटाया गया है। डीएम ने प्रस्ताव पंजी दिखाते हुए ग्रामीणों से कहा कि आप ही लोग के द्वारा लिए गए प्रस्ताव पर रसोईया को हटाया गया है। डीएम की बात सुन ग्रामीणों ने कहा कि पंजी पर हमलोगों का फर्जी हस्ताक्षर है। हमलोग प्रधानाध्यापक से रसोईया को रखने के लिए बोले थे।
विद्यालय में खाया मध्याह्न भोजन
डीएम कंवल तनुज ने मंगलवार को प्रखंड के मध्य विद्यालय बटुरा में बने मध्याह्न भोजन का स्वाद चखा। छात्र-छात्राओं के साथ विद्यालय की फर्श पर बैठकर भोजन किया। मीनू के अनुसार छोला और चावल बनाया गया था। डीएम के साथ एसडीओ एवं अन्य अधिकारियों ने छात्र छात्राओं के साथ बैठकर खाना खाया। अधिकारियों के साथ खाना खा विद्यालय के बच्चे खुश हुए।
कहा कि विद्यालय में बच्चों के साथ खाना खाने में अच्छा लगा। डीएम ने बताया कि विधवा रसोईया की शिकायत पर प्रधानाध्यापक को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई करने एवं प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया गया है।
कहा कि इसी तरह कई और रसोईया को हटाया गया है। खासकर दलित एवं विधवा महिला को रसोईया पद से हटाया जाना गंभीर मामला है। उन्होंने डीईओ को निर्देश दिया कि ऐसे मामलों की जांच कर उन्हें योगदान कराया जाए। डीएम के इस कार्रवाई से हड़कंप है।


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