देश ने खो दिया प्रखर मार्गदर्शक
औरंगाबाद। देश के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर देश गमजदा है। हर कोई शोकसंतप्त है। वि
औरंगाबाद। देश के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर देश गमजदा है। हर कोई शोकसंतप्त है। विवेकानंद मिशन स्कूल के निदेशक डा. शभूशरण सिंह ने कहा कि यह अपूरणीय क्षति है। हमने देश के एक सच्चे मार्गदर्शक को खो दिया। उनका देश, शिक्षा एवं बच्चों के प्रति योगदान को लंबे समय तक याद रखा जाएगा। बीपीएसपी बीएड कालेज के सचिव डा. प्रकाश चंद्रा ने कहा कि उन्होंने देश को प्रत्यक्ष और परोक्ष रुप से न सिर्फ विज्ञान में बल्कि सामरिक क्षेत्र में भी वैश्रि्वक प्रतिष्ठा दिलाया है। युवाओं को सपना देखना और उसे साकार करने को हमेशा प्रेरित किया। इनके विजन 2020 के कारण ही देश विकसित देश की कतार में खड़ा होने को प्रतिबद्ध हुआ है। राज्य अति पिछड़ा आयोग के सदस्य प्रमोद सिंह चंद्रवंशी ने कहा कि वे छात्र, युवाओं समेत हम सबों के प्रेरणा स्त्रोत थे। उनका विजन था- 2020 तक देश को शक्तिशाली एवं विकसित राष्ट्र बनाना। सपने को पूरा करना हीं उनके प्रति सच्ची श्रद्धाजलि होगी। देश एवं राज्य के नेतृत्वकर्ताओं की यह जवाबदेही है कि उनके इस अधूरे सपने को पुरा कर उन्हे श्रद्धंाजलि दे। श्री चंद्रवंशी ने कहा कि बिहार के नालंदा स्थित अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय को पुर्नस्थापित उनके द्वारा हीं किया गया था। उनके निधन से देश ने एक अभिभावक खो दिया है। विद्या निकेतन, संस्कार विद्या, किड्ज वर्ल्ड के सीएमडी सुरेश कुमार गुप्ता ने कहा कि कलाम साहब युवाओं के प्रणेता थे और अंतरीक्ष विज्ञान को नई दिशा दी। समाज के लिये पथ प्रदर्शक सितारा बनकर देश को विजन 2020, 2025, 2030 एवं विजन 2035 दिया।